Article 35A: पिता की कब्र पर महबूबा को जाने की नहीं मिली अनुमति, इल्तिजा को मिली इजाजत
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुफ्ती मोहम्मद सईद की बरसी पर मंगलवार को सभा के आयोजन की योजना पूरी नहीं होगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुफ्ती मोहम्मद सईद की बरसी पर मंगलवार को सभा के आयोजन की योजना पूरी नहीं होगी। दिवंगत नेता की कब्र पर सिर्फ उनके परिजन ही श्रद्धासुमन अर्पित कर सकेंगे। महबूबा मुफ्ती अपने पिता को श्रद्धांजलि नहीं दे पाएंगी, लेकिन उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती को श्रद्धासुमन अर्पित करने की इजाजत मिल गई है। मुफ्ती मोहम्मद सईद का निधन सात जनवरी 2016 को हुआ था।
पांच अगस्त 2019 से कश्मीर में लगभग निष्कि्रय नजर आ रहे पीडीपी नेता बीते एक पखवाड़े से मुफ्ती मोहम्मद की बरसी को लेकर सक्रिय नजर आ रहे थे। उन्होंने सात जनवरी को दारा शिकोह बाग, बिजबिहाड़ा स्थित कब्र पर श्रद्धांजलि अर्पित करने की योजना बनाई थी।
श्रीनगर में भी संगठन के नेताओं की बैठक बुलाई थी, जिसमें वह आगे की रणनीति पर चर्चा करने वाले थे।इस दौरान लिए जाने वाले फैसले व प्रस्ताव के बारे में हिरासत में बंद महबूबा मुफ्ती को देकर उनकी सहमति प्राप्त करने वाले थे। महबूबा की बेटी इल्तिजा मुफ्ती इस पूरी कवायद की निगरानी और शोक सभा के आयोजन की कमान संभालने के लिए गत सप्ताह ही दिल्ली से श्रीनगर पहुंची थी और अपने नाना की कब्र पर जाने का प्रयास किया था। इससे रोकने पर उन्होंने कड़ा एतराज जताया और प्रशासन को पत्र भी लिखा था।
इल्तिजा ने बताया कि प्रशासन ने सिर्फ मुफ्ती परिवार को ही मुफ्ती मोहम्मद सईद की बरसी पर उनकी कब्र पर प्रार्थना करने के लिए जमा होने की इजाजत दी है। पार्टी को किसी सभा या श्रद्धांजलि समारोह करने की इजाजत नहीं दी गई है। मेरी मां को भी प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। इल्तिजा ने बताया कि हम लोगों के साथ सुरक्षाबलों का एक दस्ता भी रहेगा।
जिला उपायुक्त श्रीनगर शाहिद इकबाल चौधरी से हमने बिजबिहाड़ा जाने की इजाजत मांगी थी, उन्होंने अनुमति दे दी है। हमने पुलिस व सुरक्षा प्रशासन को भी सूचित कर दिया है।जिला उपायुक्त अनंतनाग ने कहा कि मुफ्ती मोहम्मद की बरसी पर उनके कब्र पर किसी को जमा होने देने का अंतिम फैसला कानून को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा। हम किसी को भी कानून व्यवस्था भंग करने का मौका नहीं दे सकते।
राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगर मुफ्ती मोहम्मद सईद के मजार पर कोई श्रद्धांजलि अर्पित करता है तो किसी को एतराज क्यों होगा। हम सिर्फ भीड़ जमा नहीं होने दे सकते। भीड़ में शरारती तत्व दाखिल होकर हालात बिगाड़ सकता है।