आंध्र प्रदेश सीएम चंद्रबाबू नायडू ने 'स्पेशल राज्य' के मुद्दे पर बुलाई सर्वदलीय बैठक
16 मार्च को सत्तारूढ़ टीडीपी राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देने के मुद्दे पर भाजपा के साथ एक गतिरोध पर पहुंच गई और आखिरकार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) छोड़ दिया।
अमरावती, एएनआइ। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अब 'स्पेशल राज्य' के मुद्दे पर सभी पार्टियों को साथ लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का निर्णय लिया है। चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को बताया कि संसद में विशेष राज्य के दर्जे की मांग के लिए सभी का सुझाव लेने और उचित रणनीति बनाकर निर्णय लेने के लिए सभी पार्टी की बैठक बुलाई गई।
नायडू ने सर्वदलीय बैठक के बारे में बताते हुए कहा, 'आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए संसद में कैसे आगे बढ़ा जाए, इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में सभी पार्टियों से उनके विचार जानने की और एक निर्णय पर पहुंचने की कोशिश की गई। यह बैठक आपातकाल के तौर पर बुलाई गई थी। हमने उन सभी संगठनों को इस बैठक में आमंत्रित किया था, जो आंध्र प्रदेश के लिए लड़े थे और लड़ रहे हैं।'
टीडीपी प्रमुख ने बताया कि तीन पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) और जन सेना पार्टी राज्य विधानसभा में हुई इस बैठक में शामिल नहीं हुईं। उन्होंने कहा, 'हम हर दिन उम्मीद कर रहे हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। देश भर में लगभग सभी पार्टियां संसद में हमारे मुद्दों पर चर्चा का समर्थन करती हैं। राज्य सरकार भी आंध्र प्रदेश के महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति केंद्र के दृष्टिकोण पर चर्चा की उम्मीद करती है।'
गौरतलब है कि 16 मार्च को सत्तारूढ़ टीडीपी राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देने के मुद्दे पर भाजपा के साथ एक गतिरोध पर पहुंच गई और आखिरकार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) छोड़ दिया। इसके बाद टीडीपी संसद में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई, जिसका कई पार्टियां समर्थन कर रही हैं। संसद की कार्यवाही पिछले काफी दिनों से चल नहीं पा रही हैं, जिसकी एक वजह आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का मुद्दा भी है। हालांकि केंद्र सरकार का कहना है कि वो विपक्ष के हर मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए तैयार है।