West Bengal: सीएए का प्रचार करने कोलकाता आएंगे अमित शाह
Amit Shah. सीएए के प्रचार के लिए केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कोलकाता आ रहे हैं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। Amit Shah. बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में भाजपा का प्रचार जारी है। इसके तहत जगह-जगह अभिनंदन यात्राएं निकाली जा रही हैं, पार्टी के नेता, सांसद लोगों के घर-घर पहुंच रहे हैं। इसी बीच, इस प्रचार को जोरदार करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कोलकाता आ रहे हैं। वे मार्च के प्रथम सप्ताह में यहां आ सकते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह संभावना व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री इस कानून की जरूरत एवं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विरोध पर अपना विचार जनता के समक्ष रखेंगे। वे कोलकाता में कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। हालांकि प्रदेश भाजपा द्वारा शाह के बंगाल आने के कार्यक्रम तय किए जाने पर भी अभी तक गृहमंत्री के कार्यालय द्वारा इसे सुनिश्चत नहीं किया गया है। सिन्हा ने कहा कि बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर भारत में रह रहे शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने के लिए यह कानून बनाया है।
सीएए का उद्देश्य नागरिकता देना है, नागरिकता छीनना नहीं। इसे लेकर पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान चला रही है। बंगाल में इस कानून को रोकने की कोशिश की जा रही है। कहा जा रहा है, कागज नहीं दिखाएंगे जबकि अभी कागज दिखाने का सवाल ही नहीं है। इस कानून का उद्देश्य शरणार्थियों नागरिकता देना है, लेकिन जो कागज नहीं दिखाएंगे, क्या वे भविष्य में इस देश में रह पाएंगे? इस पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, देश में रहेंगे, लेकिन कानून नहीं मानेंगे, संविधान नहीं मानेंगे। यह देशद्रोही के अलावा कुछ नहीं है।
गौरकलब है कि अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के स्टाल (स्टाल नं. 370) पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के लाभों पर लिखी गई पुस्तिकाओं की 6000 से अधिक प्रतियां बेची गई। स्टाल लगाने वाले व्यक्ति ने बताया कि शनिवार तक यह बिक्री हुई। इस पुस्तिका में कहा गया है कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से प्रताडि़त गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता संशोधन कानून के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी। विहिप के स्टाल पर अयोध्या में राम मंदिर एवं जम्मू व कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने की जरूरत पर आधारित शीर्षकों के संग्रह भी रखे गए थे। बताया गया कि इन दोनों पुस्तकों की भी उच्च मांग थी।