Accident in Auraiya of UP: औरैया सड़क हादसे पर विपक्ष की राजनीति तेज, अखिलेश ने बताया सामूहिक हत्या
Accident in Auraiya of UP सीएम योगी आदित्यनाथ के दो कोतवाल को निलम्बित करने के साथ ही बड़े अफसरों के खिलाफ जांच का आदेश देने के बाद भी विपक्ष इस प्रकरण को हत्या बता रहा है।
लखनऊ, जेएनएन। औरैया में शनिवार को सड़क हादसे में 24 प्रवासी कामगारों की मौत के मामले में अब राजनीति तेज हो गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ के दो कोतवाल को निलम्बित करने के साथ ही बड़े अफसरों के खिलाफ जांच का आदेश देने के बाद भी विपक्ष इस प्रकरण को हत्या बता रहा है।
औरैया में दुर्घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती,कांग्रेस पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं ने शोक जताया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर तत्काल एक्शन लिया और औरैया में दो इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही मृतकों के स्वजन को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है। शीर्ष अधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार पर इस प्रकरण में समाजवादी पार्टी के साथ बहुजन समाज पार्टी तथा कांग्रेस ने जोरदार हमला बोला है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जहां इसको सामूहिक हत्या बताया है, वहीं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की तरफ से मृतकों के आश्रितों को एक-एक लाख रुपया देने की घोषणा करने के साथ सरकार से दस-दस लाख रुपया देने की मांग की है।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस घटना को काफी भयानक बताया है। राहुल गांधी ने भी इस हादसे पर खेद जताया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि औरैया सड़क हादसे में सभी मृतकों के पाॢथव शरीरों को सम्मानपूर्वक उनके परिवारवालों तक पहुंचाया जाए। इसके साथ ही सभी घायलों का समुचित इलाज हो।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष और इटावा के जवसंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने इस हादसे पर योगी आदित्यनाथ सरकार की भूमिका पर प्रश्न उठाया है।
अखिलेश बोले- ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या
औरैया हादसे के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने नाम लिए बैगर योगी आदित्यनाथ सरकार को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने ट्वीट कर प्रवासी मजदूरों की मौत पर दुख जताया। इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने आगे कहा कि ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं। औरैया में सड़क हादसे में 24 से भी अधिक गरीब प्रवासी मजदूरों की मौत पर अवर्णनीय दुख। घायलों के लिए दुआएं। सब कुछ जानकर... सब कुछ देखकर भी... मौन धारण करनेवाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं। ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक अन्य ट्वीट में मृतक के परिवारवालों को एक लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है। उन्होंने लिखा कि घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के मारे जाने की यह खबरें दिल दहलाने वाली हैं। मूलत: यह वो लोग हैं जो घर चलाते थे, इसलिए समाजवादी पार्टी प्रदेश के प्रत्येक मृतक के परिवार को एक-एक लाख रुपये की मदद पहुंचाएगी। इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए निष्ठुर भाजपा सरकार भी प्रति मृतक दस-दस लाख रुपये की राशि दे।
मायावती की लापरवाहों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
बसपा सुप्रीम मायावती ने सीएम योगी आदित्यनाथ से औरैया सड़क हादसे में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। मायावती ने हादसे पर दुख जताते हुए सरकार पर हमला बोला है।
मायावती ने कहा कि कल ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया था कि जो भी मजदूर यहां आएंगे या यहां से गुजरेंगे, अधिकारी उनके ठहरने, खाने, सुरक्षा की पूरी व्यवस्था करेंगे, लेकिन दुख की बात है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देशों को अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसकी वजह से आज औरैया में बहुत बड़ा हादसा हुआ।
राहुल गांधी ने दुख जताया
कांग्रेस सांसद तथा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस हादसे पर खेद जताया है। उन्होंने कहा कि उतर प्रदेश के औरैया में सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत और अनेक लोगों के घायल होने की खबर से आहत हूं।
मृतकों के परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
प्रियंका का सरकार पर हमला
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि औरैया की इस हृदय विदारक घटना ने एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि आखिर सरकार क्या सोचकर इन मजदूरों के घर जाने की समुचित व्यवस्था नहीं कर रही है। प्रदेश के अंदर मजदूरों को ले जाने के लिए बसें क्यों नहीं चलाई जा रही हैं।
या तो सरकार को कुछ दिख नहीं रहा या ..वो सब कुछ देख के अनजान बनी हुई है। क्या सरकार का काम सिर्फ बयानबाजी करना रह गया है। सभी मृतकों के पाॢथव शरीरों को सम्मानपूर्वक उनके परिवारवालों तक पहुंचाया जाए। सभी घायलों का समुचित इलाज हो। और इन सबकी मदद की जाए।
इतनी असंवेदनशीलता क्यों
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी मजदूरों की मौत पर दुख जताते हुए सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि मजदूरों की मांग बस इतनी है कि घर पहुंचा दो। फिर इतनी असंवेदनशीलता क्यों।
उन्होंने कहा कि इस भीषण सड़क हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मृत्यु दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण व हृदय विदारक है। सभी मृतकों को मेरी श्रद्धांजलि। आज इन गरीब प्रवासियों के हिस्से में लूटपाट, पुलिस की पिटाई, फटकार, अपमान, भूख व दुर्घटनाएं हैं और मांग सिर्फ यह है कि घर पहुंचा दो। इतनी असंवेदनशीलता क्यों।