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9PM9Minute : घरों की बत्तियां बंद होने से उत्तर प्रदेश में 4384 मेगावाट तक घटी बिजली की खपत

9PM9Minute ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि आमतौर पर इन दिनों रात में नौ बजे के आसपास बिजली की मांग 13500 मेगावाट के आसपास रहती है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 12:05 AM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 07:22 AM (IST)
9PM9Minute : घरों की बत्तियां बंद होने से उत्तर प्रदेश में 4384 मेगावाट तक घटी बिजली की खपत
9PM9Minute : घरों की बत्तियां बंद होने से उत्तर प्रदेश में 4384 मेगावाट तक घटी बिजली की खपत

लखनऊ, जेएनएन। 9PM9Minute : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर लोगों द्वारा घरों की बत्तियां बुझाने से उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग 4384 मेगावाट तक घट गई। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि आमतौर पर इन दिनों रात में नौ बजे के आसपास बिजली की मांग 13500 मेगावाट के आसपास रहती है, लेकिन रविवार रात नौ बजे नौ मिनट तक बत्तियां न जलाए जाने से बिजली की मांग घटकर लगभग 9100 मेगावाट तक पहुंच गई। 

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गौर करने की बात यह है कि उत्तर प्रदेश की बिजली आपूर्ति पर नजर रखने वाले स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के अभियंताओं को बत्तियों के बुझाए जाने से तकरीबन दो हजार मेगावाट ही बिजली की मांग कम होने का अनुमान था। मांग घटने के मद्देनजर हाइड्रो के ज्यादातर पावर प्लांट जहां बंद रखे गए वहीं कई थर्मल पावर प्लांट को भी उनकी पूरी क्षमता से लगभग 40-45 फीसद कम पर चलाया गया। नौ बजे से पहले 8.10 बजे बिजली की मांग जहां 14288 मेगावाट थी, वहीं 8.40 बजे 13534, 8.55 बजे 13020, 8.59 बजे 11732, ठीक नौ बजे 11180 मेगावाट और 9.09 बजे न्यूनतम 9102 मेगावाट ही खपत रह गई। उसके बाद फिर बत्तियां जलने से मांग बढ़ती गई।

दूसरी तरह देशभर में घरों की लाइटें बंद होने के दौरान लगभग 31 हजार मेगावाट बिजली की खपत कम हुई। ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि रात नौ बजे के पहले देश भर में लगभग 1.17 लाख मेगावाट बिजली की खपत हो रही थी जो नौ बजे के बाद 86000 मेगावाट तक घट गई। दुबे के मुताबिक इतनी अधिक कमी बिजली ग्रिड के स्थायित्व के लिए अभूतपूर्व घटना थी। उन्होंने कहा कि ग्रिड के सुरक्षित और सफल संचालन के लिए बिजली कर्मी बधाई के पात्र हैं।


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