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राज्‍यसभा से रिटायर हो रहे सांसदों को पीएम की शुभकामनाएं, कहा- हर सांसद ने देश के लिए किया काम

राज्‍यसभा से रिटायर हो रहे सांसदों को शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर सांसद देश के उज्‍जवल भविष्‍य के लिए काम करता है।

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 28 Mar 2018 11:59 AM (IST)Updated: Wed, 28 Mar 2018 07:28 PM (IST)
राज्‍यसभा से रिटायर हो रहे सांसदों को पीएम की शुभकामनाएं, कहा- हर सांसद ने देश के लिए किया काम
राज्‍यसभा से रिटायर हो रहे सांसदों को पीएम की शुभकामनाएं, कहा- हर सांसद ने देश के लिए किया काम

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संसद के न चलने की वजह से विदा हो रहे सांसदों को आखिरी सत्र में पेश होने वाले ट्रिपल तलाक जैसे प्रमुख मुद्दों पर अपनी राय रखने का मौका नहीं मिल पाया। इस पर खेद जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिटायर हो रहे सांसदों को भावभीनी विदाई दी। उन्होंने कहा कि रिटायर हो रहे सदस्यों के लिए संसद परिसर और प्रधानमंत्री कार्यालय का दरवाजा खुला रहेगा, जहां वे जरूर आएं। उनके विचारों का सदैव स्वागत रहेगा। रिटायर होने वाले सांसदों ने संसद के न चल पाने पर गंभीर चिंता जताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी विपक्ष के साथ सरकार की भी होती है।

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राजनीतिक दलों की अपनी अलग-अलग विचारधारा होती है, जिसे वे सदन में स्थापित भी करते हैं। ग्रीन हाऊस (लोकसभा) की बातों का असर रेड हाऊस (राज्यसभा) में नहीं होनी चाहिए। यह उच्च सदन है, जिसकी भारतीय लोकतंत्र में अहम भूमिका रहती है। लगातार 16 दिन तक ठप रहने के बाद बुधवार को राज्यसभा में पूरी तरह शांति रही, जिसमें रिटायर हो रहे सदस्यों को भावभीनी विदाई दी गई।

सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि सदन के बार-बार स्थगित होने से वह दुखी हैं। विदा ले रहे सांसदों को उन्होंने शुभकामनाएं व्यक्त की। सभी राजनीतिक दल उनके लिए बराबर के मायने रखते हैं। महिलाओं की कम संख्या होने पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि संसद में ही नहीं बल्कि महिलाओं का प्रतिनिधित्व विधान मंडलों में भी बढ़ना चाहिए।नेता सदन अरुण जेटली ने कहा कि की ऐसे मौके आएंगे, जब विदा हो रहे सदस्यों की याद आएगी। सदन में शोर शराबा के बावजूद कामकाज होता रहा है।

नरेश अग्रवाल, सत्यव्रत चतुर्वेदी, डीपी त्रिपाठी और राजीव शुक्ला की भूमिका को उन्होंने सराहा। नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राजनेताओं की भूमिका कभी खत्म नहीं होती है। नरेश अग्रवाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वो सूरज हैं यहां डूबे और वहां निकलें। दिन में छह बार बोलने की क्षमता उनमें ही है। रिटायर हो रहे सभी सदस्यों ने दलगत भावना से ऊपर उठकर सदन में कामकाज के लगातार बाधित होने पर गंभीर चिंता जताई। कुल 17 राज्यों के 60 सांसद रिटायर हो रहे हैं, जिनमे उपसभापति पीजे कुरियन, जानी-मानी फिल्मी नायिका रेखा और क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर व हॉकी खिलाड़ी दिलीप टिर्की प्रमुख हैं। इनमें कुछ दो अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं, जबकि कुछ सदस्यों का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है। कांग्रेस के सत्यव्रत चतुर्वेदी ने राजनीतिक दलों में स्पष्टवादिता के अभाव पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इससे विषाक्त होने की आशंका है। 


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