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लापरवाही से कॉलेज में जंग खाती रही साइकिलें, श्रमिक करते रहे इंतजार

साइकिलों को श्रमिकों को देने की जगह उसे कॉलेज में रख दिया गया, जहां वो जंग खाती रहीं।

By Arti YadavEdited By: Published: Thu, 02 Aug 2018 01:19 PM (IST)Updated: Thu, 02 Aug 2018 03:02 PM (IST)
लापरवाही से कॉलेज में जंग खाती रही साइकिलें, श्रमिक करते रहे इंतजार
लापरवाही से कॉलेज में जंग खाती रही साइकिलें, श्रमिक करते रहे इंतजार

जशपुरनगर (नईदुनिया)। जिले के श्रमवीर प्रदेश सरकारी योजना के तहत मिलने वाली साइकिल का इंतजार ही करते रह गए और उन तक बगैर पहुंचे ही इन साइकिलों को जंग लगना शुरू हो गया। मामला उजागर होने के बाद श्रम विभाग ने बुधवार को आनन-फानन में इन साइकिलों को उन गांवों की ओर रवाना कर दिया, जहां इन्हें बहुत पहले ही पहुंच जाना चाहिए था।

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श्रमिकों के कल्याण और हितरक्षा के लिये जिम्मेदार विभाग का जनजातिय बाहुल्य जिले में इससे पहले भी विवादों में घिर चुकी है। करीब छह माह पूर्व इस विभाग पर सिलाई मशीन के बदले अवैध वसूली का आरोप लगा था। जिले में बड़ा सवाल है कि आखिर श्रम विभाग की कार्यशैली में कब सुधार आएगा?

श्रम विभाग ने प्रदेश सरकार की योजना के मुताबिक जिले में 78 सौ साइकिल बांटी जानी थी। जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के विकास यात्रा के दौरान इन साइकिलों को वितरीत करने की योजना बनाई थी। लेकिन मुख्यमंत्री के पहुंचने तक पूरी साइकिल पहुंच ही नहीं पाई। 37 सौ साइकिलों को तो बांट दिया गया था और शेष 41 सौ साइकिलें विकास यात्रा के बाद जशपुर पहुंचा दिया गया था। विकास यात्रा खत्म होने के साथ ही योजना को लेकर श्रम विभाग सुस्त हो गया। नतीजा, श्रमिकों के पास पहुंचने की जगह ये सरकारी साइकिलें पहुंच गई, शहर के नजदीक लाइवली हुड कॉलेज।

लाइवली हुड कॉलेज वैसे तो शासन ने युवा बेरोजगारों के कौशल का निखार कर, रोजगार उपलब्ध कराने के लिए किया है। लेकिन इस नवनिर्मित कॉलेज को श्रम विभाग और कॉलेज के प्राचार्य ने मिल कर साइकिल के गोदाम में परिवर्तित कर दिया। यहां प्रशिक्षण कक्ष से लेकर बाहर तक चारों तरफ साइकिल, इसके पुर्जे और कचरा भरा हुआ है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि इस प्रशिक्षण केन्द्र में युवाओं को कितनी गंभीरता से रोजगार का प्रशिक्षण दिया जाता होगा।

बहरहाल, मामला उजागर होने के बाद लाइवलीहुड कॉलेज और श्रम विभाग दोनों ही विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। मामला को ठंडा करने के लिये श्रम विभाग ने बुधवार को साइकिलों को संबंधित गांवों के लिये तो रवाना कर दिया, लेकिन इन गांवों में हितग्राहियों तक कब तक पहुंचेगी, यह देखना होगा। अब लोगों की नजर श्रम विभाग और लाइवली हुड कॉलेज प्रबंधन पर की जाने वाली कार्रवाई पर टिकी हुई है।


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