जेल में बंद मां से बच्चों को नियमित मिलने दिया जाए : मेनका गांधी
जिन मां के बच्चों को उनसे अलग किया जाता है, उनमें से 50 फीसद को बच्चों के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती। इनमें कई बच्चे मानव तस्करी का शिकार हो जाते हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सुझाव दिया है कि जेल में बंद मां से अलग किए गए बच्चों को सप्ताह में कम से कम तीन बार उनसे मिलने दिया जाए। ऐसे बच्चों की तस्करी के मामले सामने आने के बाद उन्होंने यह सुझाव दिया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने गृह मंत्रालय को जेल नियमावली में ऐसे प्रावधान शामिल करने के लिए लिखा है, जिससे महिला का बच्चों से संपर्क कम नहीं हो।
मेनका के मुताबिक जब जेल में कोई बच्चा पैदा होता है तो मां वहां पांच वर्ष की उम्र तक उसका पालन-पोषण कर सकती है। पांच साल की उम्र के बाद अचानक बच्चे को मां से अलग कर दिया जाता है। जिन मां के बच्चों को उनसे अलग किया जाता है, उनमें से 50 फीसद को अपने बच्चों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती। इनमें कई बच्चे तो मानव तस्करी का शिकार हो जाते हैं।
इसीलिए जेल नियमावली में एक ऐसा प्रावधान शामिल करने पर विचार चल रहा है जिससे अगर बच्चा अलग किया जाता है तो उसे हफ्ते में तीन बार अपनी मां से मिलने का मौका मिल सके। इतना ही नहीं, बच्चे को जिले से बाहर ले जाने की इजाजत नहीं दी जाए।