आजम खान ने सांसद रमा देवी पर अभद्र टिप्पणी के लिए लोकसभा में मांगी माफी
BJP सांसद रमा देवी को लेकर अभद्र टिप्पणी के लिए समाजवादी पार्टी सांसद मोहम्मद आज़म खान ने लोकसभा में माफी मांगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के रामपुर से सांसद आजम खान ने सांसद रमा देवी पर विवादित बयान के लिए लोकसभा में माफी मांग ली है। आजम खान ने कहा कि मेरे भाषण और आचरण को पूरा सदन जानता है और मेरी भावना में कोई गलती हुई है, तो उसके लिए मैं चेयर से माफी चाहता हूं। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि महिला सांसदों के सम्मान को ठेस पहुंची है और उनका अपमान हुआ है, इसलिए आजम खान को ठीक ढंग से माफी मांगनी चाहिए।
इस दौरान अखिलेश यादव के बोलने पर रमा देवी ने सदन में कहा कि जो बीच में उठकर बोल रहे हैं, वह क्या उन्हें बचा रहे हैं? रमा देवी ने कहा कि पूरा हिन्दुस्तान के महिला-पुरुषों को तकलीफ पहुंची है। बाहर भी ऐसे ही बोलते रहते हैं और इनकी आदत बिगड़ी हुई है। उन्होंने अखिलेश से कहा कि उनके मुंह में जुबान हैं, आप क्यों बीच में बोल रहे हैं। आजम खाम की आदत सुधरनी चाहिए, जो मन करे वह नहीं बोल सकते।
दरअसल, भाजपा समेत कई दलों ने साफ कर दिया था कि अगर आजम खान अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इधर, पुलिस ने आजम खान के खिलाफ 13 मामलों में चार्जशीट दायर की। उन पर लोकसभा चुनाव के दौरान अपमानजनक टिप्पणी का आरोप है। साथ ही विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ भी पुलिस ने दायर की चार्जशीट, उन पर जया प्रदा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का आरोप है।
इससे पहले शुक्रवार को लोकसभा में एकराय से खान के बयान की निंदा की गई और कार्रवाई का अधिकार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर छोड़ दिया गया। सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक के बाद बिरला ने फैसला लिया है कि खान को बचाव का एक मौका दिया जाएगा। उनके सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा जाएगा। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो फिर निलंबन तय है। यह निलंबन इस सत्र के बचे हुए दिनों के लिए हो सकता है। हालांकि कुछ नेता और कड़े फैसले के पक्ष में हैं।
बता दें कि बीते गुरुवार को तीन तलाक विधेयक पर चर्चा के दौरान खान ने आसन पर बैठीं रमा देवी के लिए ऐसा लैंगिकवादी बयान दिया था जिसे सुनकर सभी स्तब्ध रह गए थे। तत्काल उस पर विरोध जताया गया था लेकिन खान ने माफी मांगने की बजाय सदन से बाहर जाना ज्यादा वाजिब समझा था। बगल में बैठे अखिलेश ने भी खान का बचाव किया था।
शुक्रवार को सदन में फिर से यह मुद्दा उठा। भाजपा की संघप्रिया मित्रा ने प्रस्ताव किया कि आजम खान सदन में आकर माफी मांगे। फिर तो एक एक कर हर दल की ओर से नेताओं ने आजम खान का कठघरे में खड़ा किया। बीजद के भतृहरि माहताब ने खान के बयान को अक्षम्य बताया और सभी दल से चर्चा के बाद सख्त और उपयुक्त कार्रवाई की मांग की तो केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने खान को सीरियल आफेंडर बताया। उन्होंने कहा कि खान सदन के बाहर भी महिलाओं का अपमान करते हैं और अब तो सदन के अंदर भी महिला मर्यादा को तार-तार किया है। उन्हें खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन ने भी खान की भर्त्सना की हालांकि कुछ मुद्दों पर वह भटकते दिखे और सोनिया गांधी को भाजपा नेताओं की ओर से 'इटालियन कठपुतली' कहे जाने का मामला भी उठाया। लेकिन तत्काल संवेदनशीलता को भापते हुए स्थिति साफ की कि कांग्रेस खान के बयान से क्षुब्ध है और कोई भी कार्रवाई होती है तो उसका समर्थन करेगी।
केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह विषय केवल महिलाओं की नहीं है। यह पुरुषों सहित सभी सदस्यों पर धब्बा है। हम मूकदर्शक नहीं बन सकते। आज सांसद के नाते पूरे सदन से मेरी अपील है कि ऐसा संदेश जाए कि महिला चाहे किसी भी पक्ष की हो, इस सदन के विशेषाधिकार का दुरुपयोग एक महिला का अपमान करने के लिए नहीं होना चाहिए। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी इस पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए। संबंधित सदस्य को निलंबित किया जाना चाहिए।
इस पूरी चर्चा के दौरान सदन में न तो आजम थे और न ही अखिलेश। लेकिन सदन के क्षोभ को देखते हुए अध्यक्ष ने सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई। बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि आजम खान को माफी मांगने का एक मौका दिया जाएगा। वरना अध्यक्ष जो चाहें वह कार्रवाई होगी। सत्र बताते हैं कि अधिकांश नेताओं का मानना था कि इस सत्र के लिए निलंबन किया जाना चाहिए। हालांकि कुछ नेता इससे ज्यादा सख्त कार्रवाई के भी पक्ष में थे।
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