माल्या विवादः अरुण जेटली को मिला शिवसेना का साथ, कांग्रेस पर साधा निशाना
विजय माल्या के बयान के कारण मुश्किलों में घिरे वित्त मंत्री अरुण जेटली को शिवसेना का साथ मिला है। शिवसेना ने जेटली के खिलाफ कांग्रेस के आरोपों को हास्यास्पद बताया।
नई दिल्ली (एजेंसी)। विजय माल्या विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस लगातार संबंधित मामले में भाजपा पर आरोप लगा रही है। इसी बीच भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के बयान के कारण मुश्किलों में घिरे वित्त मंत्री अरुण जेटली को शिवसेना का साथ मिला है। शिवसेना ने जेटली के खिलाफ कांग्रेस के आरोपों को हास्यास्पद बताया। पार्टी ने कहा कि यदि कांग्रेस विजय माल्या और अरुण जेटली की बैठक के बारे में जानती थी, तो वह इतने सालों तक चुप क्यों रही। यह विवाद 2019 के आम चुनाव की तैयारी का एक हिस्सा है।' बता दें कि देश से भागने से पहले जेटली से मुलाकात करने संबंधी माल्या के दावे को लेकर कांग्रेस ने वित्त मंत्री पर निशाना साधा था।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा, 'माल्या झूठा है। उसके बयान के आधार पर जेटली को आरोपी बनाने की क्या जरूरत है, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा किया है।' संपादकीय में आगे कहा गया, 'बैंक माल्या की पेशकश के लिए तैयार नहीं थे और इसीलिए उसने संसद में जेटली से मुलाकात की। खुद के सांसद रहते माल्या को संसद परिसर में घूमने का अधिकार था। ऐसे में कांग्रेस नेता पी.एल. पुनिया का यह आरोप पूरी तरह से हास्यास्पद है कि जेटली भी मामले में आरोपी हैं।'
पार्टी ने कहा कि माल्या केवल अकेला नहीं है जिसने कर्ज की अदायगी नहीं की है। कर्ज नहीं चुका पाने वाले इस तरह के कई लोग है जो सांसद के रूप में खुलेआम घूम रहे हैं। शिवसेना ने पूछा कि अब यह प्रकाश में आया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी के एक पारिवारिक समारोह में मौजूद थे, इसलिए क्या कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी को उनके भागने के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए। शिवसेना ने कहा कि माल्या ने इतने सालों बाद अदालत में इसका खुलासा किया। अगर कांग्रेस पहले से बैठक के बारे में जानती थी, तो उसने इसे इतने लंबे समय तक क्यों छुपाया।