Madhavrao Scindia Birth Anniversary: जब अटल ने दिलवाई थी माधवराव सिंधिया को जनसंघ की सदस्यता
मां विजयाराजे सिंधिया की उपस्थिति में 23 फरवरी 1970 को 101 रुपए सदस्यता शुल्क जमा करके जनसंघ की सदस्यता ली थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। मध्यप्रदेश में जारी गतिरोध के बीच आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधवराव सिंधिया का जन्मदिन है। माधवराव कांग्रेस से पहले जनसंघ में रह चुके हैं। उन्होंने मां विजयाराजे सिंधिया की उपस्थिति में 23 फरवरी 1970 को 101 रुपए सदस्यता शुल्क जमा करके जनसंघ की सदस्यता ली थी। अगले ही साल 1971 में माधवराव ने जनसंघ के टिकट पर गुना से लोकसभा का चुनाव जीता था। बाद में वे कांग्रेस में चले गए। वे लगातार 9 चुनाव जीते।
सिंधिया रेल राज्यमंत्री, नागरिक विमानन और पर्यटन मंत्री तथा मानव संसाधन विकास मंत्री भी रहे। यह भी अजीब संयोग था कि 1984 में ग्वालियर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी माधवराव सिंधिया के सामने भाजपा से अटलबिहारी वाजपेयी थे। सिंधिया ने वाजपेयी को हराकर जीत हासिल की थी।
अटलजी ने काटी थी सदस्यता पर्ची :
ग्वालियर के मुरार में आयोजित कार्यक्रम में स्वयं अटलजी ने माधवराव की सदस्यता की पर्ची काटी थी। रसीद में सिंधिया की उम्र 25 वर्ष और व्यवसाय खेती लिखा था।
1993 में माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था
1993 में जब मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार थी तब माधवराव सिंधिया ने पार्टी में उपेक्षित होकर कांग्रेस को अलविदा कह दिया था और अपनी अलग पार्टी मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस बनाई थी। हालांकि बाद में वे कांग्रेस में वापस लौट गए थे।
वहीं 1967 में जब मध्य प्रदेश में डीपी मिश्रा की सरकार थी तब कांग्रेस में उपेक्षित होकर राजमाता विजयराजे सिंधिया कांग्रेस छोड़कर जनसंघ से जुड़ गई थीं और जनसंघ के टिकट पर गुना लोकसभा सीट से चुनाव भी जीती थीं। मौजूदा सियासी हलचल के बीच आज ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपने पिता और दादी की तरह आज कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।