बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा,16 की मौत ; 78 फीसद मतदान
पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भारी हिंसा के साथ शुरू हुआ। अब तक 16 लोगों के मारे जाने की खबर है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भीषण ¨हसा हुई, जिसमें 16 लोगों की जान चली गई और 100 से अधिक घायल हो गए। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
वोटिंग के लिए कड़े सुरक्षा इंतजामों के प्रशासन व राज्य चुनाव आयोग के तमाम दावे धरे के धरे रह गए और कई जिलों में मतदान आरंभ होने के साथ पूरे दिन खूनी खेल चलता रहा। हिंसा के बीच राज्य में 78 फीसद मतदान हुआ।
उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से ¨हसा पर रिपोर्ट तलब की है। मतगणना 17 मई को होगी। राज्य की 66 फीसद सीटों के लिए ही सोमवार को मतदान हुआ। 34 फीसद सीटों पर तृणमूल प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, हालांकि इसपर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। सोमवार सुबह से ही मतदान के दौरान हिंसा की खबरें मिलनी शुरू हो गई थीं।
मौतें
मुर्शिदाबाद, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, नदिया, पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण व उत्तर दिनाजपुर और कूचबिहार जिलों में हुईं। पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में झड़प में माकपा के दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। पटकेलबारी इलाके में तृणमूल कार्यकर्ताओं के हमले में निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थक शाहिद शेख की जान चली गई। नदिया जिले के नक्काशीपाड़ा में पोलिंग बूथ से लौट रहे तृणमूल कार्यकर्ता की गोली मार कर हत्या कर दी गई। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में भाजपा कार्यकर्ता तपन मंडल की हत्या कर दी गई। आमडांगा में माकपा के एक कार्यकर्ता की बम हमले में मौत हो गई। दक्षिण 24 परगना जिले में तृणमूल कार्यकर्ता आरिफ अली की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उधर जलपाईगुड़ी के शिकारपुर में उपद्रवियों ने बैलट बॉक्स को फूंक दिया। वहीं कुछ अन्य इलाकों में बैलेट बॉक्स को तालाब में फेंक कर बैलेट पेपर को फूंक दिया गया। एक मतदान केंद्र पर तो पीठासीन अधिकारी के सामने लोग बैलेट बॉक्स तोड़कर वोटों की गिनती करते हुए मीडिया के कैमरे में कैद हुए।माकपा कार्यकर्ता को पत्नी समेत जिंदा जलाया
कूचबिहार में दुलाल भौमिक नामक एक वोटर की गोली लगने से मौत हो गई। महिष्कुची में भाजपा के पोलिंग एजेंट प्रभात अधिकारी पर हमला हुआ। वहीं काकद्वीप के कचारिबारी में उपद्रवियों ने माकपा कार्यकर्ता देबू दास को पत्नी समेत जिंदा जला दिया। एक अन्य घटना में बैरकपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को चाकू मार दिया गया। उन्हें जब अस्पताल ले जाया गया तब तक उनके पेट में चाकू लगा हुआ था। आखिरकार उनके जख्म जानलेवा साबित हुए। दूसरी ओर कूचबिहार में दो गुटों के बीच झड़प में 20 लोग घायल हो गए। वहीं उत्तर 24 परगना जिले के आमडांगा के साधनपुर में एक देसी बम फट गया। इस घटना में 20 लोग घायल हो गए। राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में भी झड़पों में लोगों के घायल होने की खबर है।
तृणमूल कार्यकर्ता ने वोट डालने से रोका
बीरपाड़ा से सामने आए एक वीडियो में कथित तृणमूल कार्यकर्ता एक पोलिंग बूथ के बाहर लोगों को वोट डालने जाने से रोकते हुए दिख रहे हैं। भांगर में तृणमूल पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे हैं। दूसरी ओर कूचबिहार के बूथ नंबर 8/12 में पुलिस के सामने राज्य के मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने एक भाजपा समर्थक को थप्पड़ जड़ दिया। पुलिस व मीडियाकर्मियों को बनाया निशानाभांगर में मीडियाकर्मियों को निशाना बनाया गया। जबकि मालदा में पुलिस पर हमले किए गए, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
भाजपा कार्यकर्ता पर चाकू से हमला
बिलकांडा में भाजपा समर्थक राजू बिश्वास पर कथित टीएमसी कार्यकर्ताओं ने चाकू से हमला किया। राजू बिश्वास की हालत गंभीर बताई जा रही है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। कूचबिहार के दिनाहाटा में बम फटने से एक टीएमसी कार्यकर्ता ने अपना हाथ खो दिया है। आसनसोल के रानीगज के बांसरा में सुबह-सुबह बमबाजी की सूचना है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है।
भाजपा समर्थक को मारा थप्पड़
दूसरी तरफ सामने आए एक वीडियो में कथित तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ता एक पोलिंग बूथ के बाहर लोगों को वोट डालने जाने से रोकते हुए दिख रहे हैं और भांगर में टीएमसी पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे हैं। कूचबिहार में ममता सरकार के मंत्री रबींद्र नाथ घोष पर पोलिंग बूथ पर भाजपा समर्थक को थप्पड़ मारने का भी आरोप लगा है। टीएमसी कार्यकर्ता ने सफाई देते हुए कहा कि भाजपा एजेंट बैलट बॉक्स लेकर भागने की कोशिश कर रहा था। अधिकारियों ने उसे रोका तो लोगों ने कहा उसे जाने दो। मैंने अपने हाथों से बस लोगों को हटाया था। टीएमसी ने किसी पर भी हमला नहीं किया है।
सीपीएम कार्यकर्ता के घर में आग
उत्तर 24 परगना में रविवार रात को सीपीएम के एक कार्यकर्ता के घर में आग लगी दी गई। कार्यकर्ता और उसकी पत्नी इसमें जिंदा जल गई। सीपीएम का आरोप है कि इस हमले के पीछे टीएमसी का हाथ है। घटना के बाद लोगों के बीच खौफ का माहौल है। आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मीडियाकर्मियों पर भी हमला
हिंसा में पांच स्थानीय पत्रकारों के घायल होने की खबर हैं। दक्षिण 24 परगना के भांगर में मीडिया की गाड़ी में आग लगाये जाने की सूचना है, एक कैमरा को नुकसान पहुंचाया गया है।
भाजपा ने साधा निशाना
राज्य चुनाव में हिंसा को लेकर भाजपा ने टीएमसी पर निशाना साधा है। भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है। घटनाएं बताती हैं कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के राज में राजनीतिक हिंसा ने पूरे राज्य को चपेट में ले लिया है और यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।