सेना तख्तापलट मामला: वीके सिंह ने कांग्रेस को घेरा, कहा- PM से की उच्चस्तरीय जांच की मांग
2012 Army Coup: 2012 सेना तख्तापलट मामले में वीके सिंह ने कांग्रेस को घेरा, कहा- पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
नई दिल्ली, एएनआइ। यूपीए-2 के कार्यकाल के दौरान सेना के तख्तापलट मामले में तत्कालीन सेनाध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने उस वक्त की सरकार को आड़े हाथ लिया है। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए वीके सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
PM से उच्चस्तरीय जांच कराने की अपील की
वीके सिंह ने कहा, 'तत्कालीन रक्षामंत्री ने बयान जारी कर यह कहा था कि ऐसा कभी कुछ नहीं हुआ। उस वक्त हमने गृह मंत्रालय से शिकायत कर कहा था कि इस मामले की जांच की जरूरत है, क्योंकि यह गद्दारी है। उस वक्त इसकी जांच नहीं कराई गई। मैनें प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि वे इसकी उच्चस्तरीय जांच कराए, क्योंकि हमारे पास छुपाने को कुछ भी नहीं है।'
भारतीय सेना कभी ऐसा नहीं सोच सकती
2012 में सेना तख्तापलट मामले में कांग्रेस नेताओं की संलिप्ता पर वीके सिंह ने कहा, 'मैंने बहुत स्पष्ट रूप से कहा था कि भारतीय सेना इस तरह के बारे में कभी नहीं सोच सकती। इसके बावजूद कुछ लोग ढिंढोरा पीट रहे थे कि ऐसा कुछ हुआ है।'
यूपीए-2 के चार मंत्रियों पर आरोप
दरअसल, एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, यूपीए-2 के चार मंत्री सेना तख्तापलट मामले के साजिशकर्ता हैं। इस रिपोर्ट को लेकर भाजपा ने भी कांग्रेस को निशाने पर लिया। बुधवार को भाजपा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के चार बड़े सवाल पूछे और आरोप लगाया कि मनमोहन सरकार के चार मंत्रियों ने देश की सेना के खिलाफ गलत खबरें छपवाने की साजिश रची थी। झूठी खबर छपवाकर सेना का अपमान किया गया। यह देश के साथ गद्दारी थी।
साल 2012 में क्या हुआ था
- 2012 में जनरल वीके सिंह भारतीय सेना के प्रमुख थे।
- वे मार्च 2010 से मई 2012 तक भारतीय सेना के प्रमुथ रहे।
- वीके सिंह पर ही मनमोहन सरकार के खिलाफ तख्तापलट करने की कोशिश का आरोप लगा था।
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