बंगाल में TMC और BJP समर्थकों में संघर्ष; वीरभूम, हुगली व मुर्शिदाबाद में दोनों दलों में हुआ टकराव
चुनाव परिणाम के बाद से बंगाल में हिंसा और बढ़ गई है। भाजपा और टीएमसी समर्थक अब राज्य के कई हिस्सों में खुले तौर पर भिड़ जा रहे हैं।
कोलकाता, जेएनएन। पश्चिम बंगाल में आम चुनाव के बाद भी राजनीतिक हिंसा का दौर जारी है। वीरभूम, हुगली व मुर्शिदाबाद में सोमवार को सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में टकराव हुआ है। गोलीबारी व झड़पों में हुगली में तीन जख्मी हो गए हैं। पूर्व मेदिनीपुर जिले में भाजपा ने विरोध में रैली निकाली है।
लोकसभा चुनाव में वीरभूम जिले के बोलपुर समेत अन्य स्थानों पर भाजपा को भारी समर्थन मिलने के बाद विजय जुलूस निकालने को लेकर तृणमूल और भाजपा के बीच सियासी रंजिश शुरू हो गई है। हाल ही में सिउड़ी, कांकड़तला समेत अन्य जगहों में सियासी संघर्ष के बाद अब इलमबाजार में सत्ताधारी पार्टी और विरोध दल भाजपा के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट व बमबाजी हुई। इसमें कई लोग जख्मी हो गए।
टीएमसी ने लगाया आरोप
तृणमूल का आरोप है कि पार्टी कार्यालय पर कब्जे के लिए हमला किया गया है, जबकि भाजपा ने इसको तृणमूल की गुटबाजी बताया। तनाव के मद्देनजर गांव में पुलिस बल की तैनाती की गई है। उधर, तृणमूल नेता को पीटने के आरोप में पुलिस ने दो भाजपा कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है।
हिंसा की आंच से हुगली जिला भी गरमा हो उठा है। जिले के आरामबाग इलाके के मलयपुर घर गोआल और गोघाट इलाके के नकुंडा इलाके में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थक भिड़ गए। दोनों घटनाओं में दोनों तरफ के तीन लोग जख्मी हो गए। घायलों को आरामबाग महकमा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला तृणमूल नेतृत्व ने भाजपा पर उनके समर्थकों पर हमला करने का आरोप लगाया है।
भाजपा समर्थकों ने लगाए नारे
दूसरी तरफ पूर्व मेदिनीपुर जिले के खेजुरी में पिछले तीन दिनों से तृणमूल-भाजपा में चल रहे संघर्ष के कारण भारी तनाव है। इस बीच सोमवार को भाजपा के जिलाध्यक्ष तपन माइती के नेतृत्व में खेजुरी में मोटरबाइक रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में भाजपाई शामिल हुए। उन्होंने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए।
दूसरी ओर मुर्शिदाबाद जिले के नउदा में तृणमूल पंचायत प्रधान के पति पर बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। तीन गोली लगने से वह सड़क पर गिर पड़े। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए। गंभीर अवस्था में प्रधान के पति को सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उन्हें कोलकाता रेफर कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार नउदा के आमतला निवासी पेशे से ठेकेदार संजीत राय इलाके में प्रभावशाली तृणमूल नेता के रूप में परिचित हैं। उनकी पत्नी रिंकू राय नउदा पांच नंबर ग्राम पंचायत की प्रधान हैं।
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