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वेंकैया ने कहा- लॉकडाउन से निकलने के लिए सात दिन अहम, कोरोना के जंग में जीत हमारी होगी

उन्होंने कहा कि बुद्धिमानी इसी में है कि दुनियाभर में लोगों की सेहत और संपदा का कम से कम नुकसान हो। भारत ने यही भावना दिखाई है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 09:17 PM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 12:17 AM (IST)
वेंकैया ने कहा- लॉकडाउन से निकलने के लिए सात दिन अहम, कोरोना के जंग में जीत हमारी होगी
वेंकैया ने कहा- लॉकडाउन से निकलने के लिए सात दिन अहम, कोरोना के जंग में जीत हमारी होगी

नई दिल्ली, प्रेट्र। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि लॉकडाउन का आखिरी हफ्ता इससे बाहर निकलने की रणनीति बनाने के लिए बेहद अहम है क्योंकि सरकार का फैसला कोरोना वायरस के प्रसार से जुड़े आंकड़ों पर निर्भर करेगा।

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उपराष्ट्रपति की अपील- सरकार जो भी फैसला ले, उसका पालन करें

एक बयान जारी कर उपराष्ट्रपति ने लोगों से अपील की कि सरकार जो भी फैसला ले, उसका पालन करें और उसी भावना से सहयोग करें जो अभी तक दिखी है भले ही 14 अप्रैल के बाद भी कुछ कठिनाइयां बनी रहें।

अर्थव्यवस्था की चिंताओं को टाला जा सकता है, लेकिन स्वास्थ्य को नहीं

वेंकैया ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था की स्थिरता पर चर्चा हो रही है, लेकिन इसमें लोगों के स्वास्थ्य को ही महत्व मिलेगा। अर्थव्यवस्था की चिंताओं को टाला जा सकता है, लेकिन स्वास्थ्य को नहीं।

तब्लीगी जमात ने हमारी उम्मीदों को झटका दिया

वेंकैया ने कहा कि जब कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के प्रयास सफलता का संकेत दे रहे थे तभी तब्लीगी जमात का मामला सामने आ गया जिसने प्रतिबंधों की प्रकृति में बदलाव कर दिया क्योंकि संक्रमण के ज्यादातर नए मामले इसी जमावड़े से सामने आ रहे थे। इस जमावड़े में हिस्सा लेने वालों की संख्या और इसके कई गुना असर ने हमारी उम्मीदों को झटका दिया। इस प्रकरण ने उन परिणामों को रेखांकित किया जो शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन करने पर सामने आ सकते हैं।

कोरोना वायरस के खिलाफ जंग की अवधि भले ही अनिश्चित हो, लेकिन जीत हमारी होगी

उपराष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग की अवधि इस समय भले ही अनिश्चित हो, लेकिन आखिर में जीत हमारी ही होगी। उन्होंने कहा कि बुद्धिमानी इसी में है कि दुनियाभर में लोगों की सेहत और संपदा का कम से कम नुकसान हो। भारत ने यही भावना दिखाई है और इसे आखिर तक बरकरार रखने की जरूरत है। आइए बेहतर कल के लिए कुछ और समय कठिनाइयों के साथ जिएं।


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