वसुंधरा राजे ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की, राजस्थान प्रदेश भाजपा नेताओं की चिंता बढ़ी
वसुंधरा राजे ने कांग्रेस में मचे घमासान पर एक लंबे वक्त तक इस चुप्पी साध रखी थी इसे लेकर भाजपा में चर्चाओं का बाजार गरम था।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में सियासी संकट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की दिल्ली में सक्रियता ने प्रदेश भाजपा नेताओं की चिंता बढ़ा दी है। वसुंधरा राजे ने शनिवार को केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं से मुलाकात की। इससे पहले शुक्रवार को वसुंधरा राजे ने पार्टी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मुलाकात की थी। वसुंधरा राजे का अगले दो-तीन दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम है।
वसुंधरा राजे केंद्रीय नेताओं से प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर विचार-विमर्श में जुटी है। सूत्रों के अनुसार, नड्डा के बाद राजनाथ सिंह को भी वसुंधरा राजे ने विश्वास दिलाया कि वे पार्टी के हर फैसले के साथ हैं। पार्टी नेतृत्व जैसा चाहेगा वैसा, वो करेंगी, लेकिन स्वाभिमान ने समझौता नहीं हो सकेगा। उन्होंने प्रदेश संगठन एवं विधायक दल में लिए जा रहे फैसलों पर नाराजगी जताई। वसुंधरा राजे संगठन महामंत्री बी एल संतोष से भी मिल चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि वसुंधरा राजे ने कांग्रेस में मचे घमासान पर एक लंबे वक्त तक इस चुप्पी साध रखी थी, इसे लेकर भाजपा में चर्चाओं का बाजार गरम था। पिछले महीने जब प्रदेश में भाजपा कांग्रेस के खिलाफ सियासी दांव चलने की तैयारी कर रही थी, तो इस दौरान वसुंधरा राजे इन बैठकों से गायब थीं। वसुंधरा राजे 12 अगस्त तक दिल्ली में ही रहेंगी और 13 को जयपुर लौटेंगी।
भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया विधायकों को लुभाने का आरोप
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने शनिवार देर शाम एक बयान में कहा कि 15 से 20 विधायकों को गुजरात ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत के पास अपनी सरकार बचाने लायक संख्या बल नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम गहलोत भाजपा के विधायकों को लुभाने में जुटे हैं। अफसरों के माध्यम से धमकाया जा रहा है।