वरुण गांधी का बड़ा आरोप, 100 उद्योगपतियों के मुकाबले किसानों को सिर्फ 17% मिला पैसा
वरुण गांधी ने कहा है कि देश में किसानों को अधिकतर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। देश में जब भी किसानों को आर्थिक सहायता देने की बात आती है तो बवाल मच जाता है।
नई दिल्ली, एएनआइ। देश में हाल ही में पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में प्रमुख मुद्दे किसानों की समस्याएं रहीं। लोकसभा चुनाव में भी किसानों से जुड़ी समस्याएं ही मुख्य मुद्दा रहेंगी, ये साफ नजर आ रहा है। ऐसे में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने किसानों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जो शायद उनकी पार्टी को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आरोप लगाते रहे हैं कि केंद्र की सरकार ने किसानों से ज्यादा उद्योगपतियों को आर्थिक सहायता दी है। वरुण गांधी ने भी कुछ ऐसा ही आरोप लगाया है, लेकिन उन्होंने इसके लिए कांग्रेस को भी दोषी माना है।
इंडिया डायलॉग कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए वरुण गांधी ने कहा, 'देश के किसान हमेशा हाशिए पर रहे हैं। क्या आप यह जानते हैं कि साल 1952 से लेकर अब तक देश के 100 उद्योगपतियों को जितना पैसा दिया गया, उसका केवल 17 फीसद धन ही केंद्र और राज्य सरकारों से किसानों को अबतक दी गई आर्थिक सहायता राशि के तौर पर मिली है। इसका मतलब यह हुआ कि देश की 70 फीसद आबादी को बीते 67 सालों में जितनी आर्थिक मदद राज्य और केंद्र सरकारों ने मिलकर दी, उससे कई गुना ज्यादा पैसा केवल 100 धनी परिवारों को दे दिया गया। ऐसी स्थिति है और हम किसानों की बात करते हैं।'
वरुण गांधी ने कहा है कि देश में किसानों को अधिकतर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। देश में जब भी किसानों को आर्थिक सहायता देने की बात आती है तो बवाल मच जाता है। आर्थिक पंडित कहने लगते हैं कि इससे तो आप किसानों को मुफ्तखोर बना रहे हैं। लेकिन हमें सोचना होगा कि देश के अंतिम आदमी को कैसे लाभ पहुंचाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा गांव गोद लीजिए। हमने भी गांव गोद लिया। मगर हमने देखा कि आप सड़क बनाएं, पुलिया बनाएं, सोलर पैनल लगाएं। लेकिन फिर भी लोगों की आर्थिक स्थिति में बदलाव नहीं आता। यहां तक कि बच्चों के स्कूल जाने की संख्या में भी कोई बड़ा बदलाव नहीं आता।