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USIBC India Ideas Summit: अमेरिका ने की भारत के वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू करने की प्रशंसा

यूएसआईबीसी द्वारा आयोजित इंडिया आइडियाज समिट में अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी आर शर्मन ने कहा कि हम वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू करने के भारत के फैसले की सराहना करते हैं। यह वास्तव में एक ऐसा देश था जिस पर दुनिया निर्भर थी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 06 Oct 2021 07:24 PM (IST)Updated: Thu, 07 Oct 2021 11:11 AM (IST)
USIBC India Ideas Summit: अमेरिका ने की भारत के वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू करने की प्रशंसा
यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) द्वारा आयोजित इंडिया आइडियाज समिट

 नई दिल्ली, एएनआइ। यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) द्वारा आयोजित इंडिया आइडियाज समिट में अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी आर शरमन ने कहा कि हम वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू करने के भारत के फैसले की सराहना करते हैं। यह वास्तव में एक ऐसा देश था जिस पर दुनिया निर्भर थी। भारत हर किसी के बचाव में जल्दी आ गया था। उम्मीद है कि हम सभी उनकी मदद के लिए भारत के बचाव में आए।

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विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी आर शरमन ने बुधवार को बैठक के दौरान अफगानिस्तान और पाकिस्तान पर चर्चा की। अफगानिस्तान पर दोनों पक्षों के बीच काफी विचार विमर्श हुआ। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच 2+2 वार्ता भी नवंबर में होने की उम्मीद है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि भारत और अमेरिका के बीच श्रृंखलाबद्ध संबंध हैं। रक्षा पुलिस समूहों की बैठक जल्द होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रक्षा सचिव अमेरिका की यात्रा पर हैं। भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद निरोधी और नियुक्ति पर जल्द बातचीत होगी। शरमन अमेरिका और चीन के बीच होने वाली वार्ता के साथ ही पाकिस्तान के साथ भी बात कर रही हैं। भारत के दौरे के बाद वह इस्लामाबाद जाएंगी। संभवत: यही वजह है कि बातचीत में श्रृंगला ने अफगानिस्तान का मुद्दा भी उठाया और यह भी बताया कि किस तरह से पाकिस्तान तालिबान के जरिये अपने हित साधने की कोशिश कर रहा है।

समिट को संबोधित करते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि अमेरिका के साथ भारत के संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं। ये सिर्फ दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि फ्री, खुला, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है। दक्षिण एशिया में विशेष रूप से अफगानिस्तान में आमने-सामने हमें जोड़े रखेगा। हम यह सुनिश्चित करने की तीव्र इच्छा रखते हैं कि हम दोनों दक्षिण एशिया और उसके बाहर शांति, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करें।

उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच अगले कुछ सप्ताह में रक्षा नीति, आर्थिक और वित्तीय भागीदारी, व्यापार नीति, आतंकवाद इन सभी मुद्दों पर द्विपक्षीय तौर पर बैठकें हो सकती है। ये पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन के विजन को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। यह मानने का हर कारण है कि आने वाले वर्षों में भारत-अमेरिका संबंध केवल और अधिक ऊंचाइयों को प्राप्त करेंगे। आज, हम एक मजबूत स्थिति में हैं और कई क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं जिन्हें हमने एक साथ पहचाना है।


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