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केंद्रीय मंत्री का दावा-भारत ने पाकिस्तान जाने वाला अपने हिस्से का पानी रोका

पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान की ओर जाने वाली तीन नदियों ब्यास रावी और सतलज का अपने हिस्से का पानी रोकने का एलान किया था।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Mon, 11 Mar 2019 08:36 PM (IST)Updated: Mon, 11 Mar 2019 08:36 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री का दावा-भारत ने पाकिस्तान जाने वाला अपने हिस्से का पानी रोका
केंद्रीय मंत्री का दावा-भारत ने पाकिस्तान जाने वाला अपने हिस्से का पानी रोका

जागरण संवाददाता, जयपुर। केंद्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा है कि पाकिस्तान की ओर जाने वाली तीन नदियों का अपने हिस्से का पानी भारत ने रोक दिया है । मेघवाल ने बीकानेर में मीडिया से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान में बहने वाली पूर्वी नदियों के 0.53 मिलियन एकड़ फीट पानी को रोक कर इसे संग्रहित किया गया है। जब भी राजस्थान या पंजाब को इसकी जरूरत होगी, उस पानी का उपयोग पीने और सिंचाई के लिए किया जा सकेगा।

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पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान की ओर जाने वाली तीन नदियों ब्यास, रावी और सतलज का अपने हिस्से का पानी रोकने का एलान किया था। मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार का यह कदम 1960 की सिंधु जल संधि का उल्लंघन नहीं करता है, क्योंकि भारत ने केवल अपने हिस्से के पानी को रोका है। भारत अपने हिस्से के पानी का उपयोग करने का हकदार है ।

यह है सिंधु जल समझौता
भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में ब्यास, रावी और सतलज नदी के पानी के प्रयोग को लेकर सिंधु जल समझौता हुआ था । इसके तहत भारत को 3.3 मिलियन एकड़ फीट (एमएएफ) पानी मिला है, जबकि पाकिस्तान को 80 एमएएफ। यहां इस बात पर विवाद है कि इस समझौते के तहत पाकिस्तान को भारत से अधिक पानी मिलता है। ऐसे में यहां सिंचाई में भी इस पानी का सीमित उपयोग हो पाता है। केवल बिजली उत्पादन में ही इसका निर्बाध उपयोग होता है । इसके साथ ही भारत पर परियोजनाओं के निर्माण के लिए भी सटीक नियम बनाए गए हैं।


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