कोविड महामारी के दौर में गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है कांग्रेस: नरेंद्र सिंह तोमर
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कोविड महामारी के इस दौर में गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है। देश को इस लड़ाई को एक साथ लड़ने की जरूरत है लेकिन कांग्रेस राजनीति करने में लगी है।
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कोविड महामारी के इस दौर में गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है। देश को इस लड़ाई को एक साथ लड़ने की जरूरत है लेकिन कांग्रेस राजनीति करने में लगी है। कमलनाथ जी जिस प्रकार के घटिया वक्तव्य दे रहे हैं, उससे कांग्रेस का चरित्र स्पष्ट होता है।
Congress is behaving irresponsibly on national & state level in this period of COVID pandemic. The country needs to fight this battle together but Congress is busy doing politics. The kind of statement Kamal Nath is giving shows their character: Union Min Narendra Singh Tomar pic.twitter.com/0a8HGiZbNE
— ANI (@ANI) May 24, 2021
कोरोना को इंडियन वेरिएंट बताने पर कमल नाथ के खिलाफ केस दर्ज
आपको बता दें कि कोरोना को इंडियन वेरिएंट बताने पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। इसकी शिकायत भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी ने क्राइम ब्रांच के एएसपी राजेश सिंह भदौरिया से की थी। कमल नाथ पर क्राइम ब्रांच ने लॉकडाउन उल्लंघन और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने कोरोना को इंडियन वेरिएंट बोलकर देश का अपमान किया है। उज्जैन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने प्रेस वार्ता में कहा था कि दुनिया में जो कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उसे अब इंडियन वेरिएंट कहा जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि कई देश अब इस कोरोना को इंडियन वेरिएंट के नाम से बोल रहे हैं।
कांग्रेस समेत 13 बड़ी विपक्षी पार्टियों ने किया 26 मई को बुलाए गए बंद का समर्थन
ज्ञात हो कि कांग्रेस समेत 13 बड़ी विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) के उस फैसले का समर्थन किया है जिसमें 26 मई को देश भर में प्रदर्शन करने की घोषणा की गई है। मालूम हो कि इस दिन किसान आंदोलन को शुरू हुए छह महीने पूरे हो रहे हैं। विपक्षी दलों की ओर से कहा गया था कि कृषि कानूनों (new farm laws) को वापस लिया जाना चाहिए। इसके लाखों किसानों को महामारी का शिकार होने से बचाया जा सकता है।