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लोकसभा में HRD मंत्री निशंक ने बताया, गार्गी कॉलेज की घटना के पीछे किसका हाथ था

कुछ छात्राओं ने छह फरवरी को कॉलेज फेस्ट के दौरान अपने साथ हुए अनुभवों को इंस्टाग्राम पर साझा किया था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 12:30 AM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 12:30 AM (IST)
लोकसभा में HRD मंत्री निशंक ने बताया, गार्गी कॉलेज की घटना के पीछे किसका हाथ था
लोकसभा में HRD मंत्री निशंक ने बताया, गार्गी कॉलेज की घटना के पीछे किसका हाथ था

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को बताया कि दिल्ली के गार्गी महिला कॉलेज में छात्राओं के साथ कथित छेड़खानी की घटना के पीछे बाहरी लोग थे। उन्होंने कहा कि संस्थान प्रशासन से कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।

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 घटना में छात्र नहीं बल्कि बाहरी लोग थे

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के सवाल का जवाब देते हुए पोखरियाल ने कहा कि सरकार को गार्गी कॉलेज में हुई घटना की जानकारी है। उस घटना में शामिल लोग छात्र नहीं बल्कि बाहरी लोग थे। यह घटना ठीक नहीं थी। गौरव गोगोई ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में यौन उत्पीड़न और दादागीरी की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं और ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि फेस्ट के दौरान पुरुषों के एक समूह ने गार्गी कॉलेज का गेट तोड़ने के बाद छात्राओं के साथ कथित रूप से छेड़खानी की थी।

छात्राओं ने अनुभवों को इंस्टाग्राम पर साझा किया

मालूम हो कि यह घटना तब सामने आई थी जब कुछ छात्राओं ने छह फरवरी को कॉलेज फेस्ट के दौरान अपने साथ हुए अनुभवों को इंस्टाग्राम पर साझा किया था। उनका आरोप था कि सुरक्षाकर्मियों ने इन उपद्रवी लोगों के समूह को नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं किया।

बाहरी लोगों ने कॉलेज में घुसकर की छेड़छाड़

कॉलेज में राजनीति विज्ञान के द्वितीय वर्ष की छात्रा ने बताया कि छह फरवरी को वह उत्सव में शामिल होने के लिए कॉलेज पहुंची थीं। वहां काफी ज्यादा भीड़ थी। भीड़ में उनकी सहेलियां उनसे दूर हो गईं, तभी किसी अनजान व्यक्ति ने उन्हे पीछे से पकड़ लिया और छेड़छाड़ करने लगा। वह किसी तरह उसकी पकड़ से छूटी और खुले स्थान की तरफ भागी। तब उन्होंने देखा कि करीब 35 वर्षीय व्यक्ति उन्हें देखकर अश्लील हरकतें कर रहा है। कॉलेज की कुछ अन्य छात्राओं ने भी बताया कि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बाहरी लोग भी पहुंच गए थे। वहां कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।

वहीं, कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोमिला कुमार ने कहा कि सुरक्षा के लिए पुलिस, बाउंसर और कमांडो की सेवाएं ली गईं थीं। किसी भी छात्रा या समूह ने उनसे इस बाबत कोई शिकायत नहीं की है। उन्हें ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं है।

बिना पास के घुसे थे बाहरी छात्र

छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में कार्यक्रम के दौरान ऐसे बाहरी छात्रों और युवकों ने प्रवेश किया, जिनके पास पास नहीं थे और न ही उन्हें कॉलेज में प्रवेश की अनुमति थी। कुछ पीड़ित छात्राओं का कहना है कि गलत ढंग से कॉलजे में घुसे छात्र सरेआम ड्रग्स ले रहे थे। इतना ही नहीं, सैकड़ों की संख्या में बाहरी ने कॉलेज में प्रवेश किया, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोकना तो दूर टोकने तक की कोशिश नहीं की। छात्राओं ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि इतने बड़े आयोजन के दौरान कैसे इतनी ढीली सुरक्षा हो सकती है। 


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