Video : शाह का ममता पर वार, कहा- बंगाल में हिंसा का बोलबाला, परिवर्तन निश्चित, यहीं का धरती पुत्र बनेगा अगला सीएम
गृह मंत्री एवं भाजपा नेता अमित शाह ने रविवार को ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जेपी नड्डा के काफिले पर हुआ हमला केवल भाजपा अध्यक्ष पर हमला नहीं है। यह बंगाल के अंदर लोकतंत्र की व्यवस्था पर हमला है।
कोलकाता, जेएनएन। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले दो दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह ने रविवार को ममता सरकार पर करारा वार किया। उन्होंने कहा कि जो बंगाल देश का सबसे अमीर और अग्रणी राज्य होता था वह आज हर क्षेत्र में पीछे चला गया है। ममता के राज में बंगाल राजनीतिक हिंसा और भ्रष्टाचार में नंबर वन हो गया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में परिवर्तन निश्चित है और भाजपा की सरकार बनने पर बंगाल का ही धरती पुत्र यहां का अगला मुख्यमंत्री बनेगा।
#WATCH: ...Mamata didi, to defeat you nobody has to come from Delhi... Does Mamata didi want a country where people from one state can't go to the other? People of Bengal won't accept such conservative thinking...: BJP leader Amit Shah pic.twitter.com/5pHGA9A8Z3
— ANI (@ANI) December 20, 2020
भाजपा लोकतांत्रिक तरीके से देगी जवाब
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि कुछ दिन पहले जेपी नड्डा के काफिले पर हुआ हमला केवल भाजपा अध्यक्ष पर हमला नहीं है। यह बंगाल के अंदर लोकतंत्र की व्यवस्था पर हमला है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने तय किया है कि हम हिंसा का जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देंगे और आने वाले चुनाव में इस सरकार को हराकर दिखाएंगे। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि एक मौका भाजपा को भी दीजिए... हम पांच साल में सोनार बांग्ला बनाकर देंगे।
#WATCH | Union Home Minister & BJP leader Amit Shah holds a roadshow in Bolpur, Birbhum of West Bengal. pic.twitter.com/4jZgm0vdgE— ANI (@ANI) December 20, 2020
राजनीतिक हिंसा चरम पर
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा चरम सीमा पर है, 300 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं कर दी गई हैं और उसकी जांच में एक इंच भी प्रगति दिखाई नहीं दे रही है। बंगाल की जनता परिवर्तन चाहती है। जनता तय कर चुकी है कि चुनाव के मैदान में इस बार कमल खिलेगा। यह परिवर्तन बंगाल के विकास के लिए है... यह परिवर्तन बांग्लादेश से घुसपैठ रोकने के लिए है... यह परिवर्तन हिंसा खत्म करने के लिए है।
#WATCH | Union Minister Amit Shah attends a cultural programme at Visva-Bharati University in Shantiniketan, Birbhum, West Bengal.
Shah is on a two-day visit to the state, which will conclude today. pic.twitter.com/uUCcSR8jLk— ANI (@ANI) December 20, 2020
रंगदारी से मुक्ति चाहते हैं लोग
बीरभूम के बोलपुर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि बंगाल के लोग अब राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार, बांग्लादेशी घुसपैठियों, रंगदारी से मुक्ति चाहते हैं। जनता ने परिवर्तन का मन भी बना लिया है। उन्होंने तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा भाजपा को बाहरी करार दिए जाने पर कहा कि यह उनकी संकीर्ण सोच है।
ऐसा रोड शो नहीं देखा
शाह ने अपने दौरे के दूसरे दिन बोलपुर में मेगा रोड शो भी किया। इसमें लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा, जिसे देखकर शाह ने कहा कि मैंने कई रोड शो किए हैं। मगर ऐसा रोड शो नहीं देखा। यह रोड शो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति बंगाल के लोगों के प्यार और विश्वास को दिखाता है। वह शांति निकेतन स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय भी गए जहां उनके आगमन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए।
#WATCH | West Bengal: A 'Baul' singer performed for Union Home Minister and BJP leader Amit Shah in Bolpur, earlier today. pic.twitter.com/Xa8iz7unjN— ANI (@ANI) December 20, 2020
सीएए के नियम बनना बाकी
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू करने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके सिर्फ नियम बनना अभी बाकी है। शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग अब बदलाव चाहते हैं। शाह ने बंगाल में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले की भी कड़ी निंदा की और इसके लिए तृणमूल सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंसा का जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देगी।
शाह ने गिनाया क्या से क्या हो गया बंगाल
1- स्वतंत्रता के समय देश की जीडीपी में एक तिहाई था योगदान, जो 34 वर्षो के वामदलों और एक दशक की तृणमूल सरकार के बाद न्यूनतम स्तर पर आ गई है।
2- 1947 में बंगाल का देश के औद्योगिक उत्पादन में 30 फीसद योगदान था, जो आज सिर्फ 3.5 फीसद है।
3- 1960 में बंगाल में प्रति व्यक्ति आय महाराष्ट्र से लगभग दुगनी थी, जो आज देश की वाणिज्यिक राजधानी की आधी भी नहीं है।
4- 1950 के दशक में भारत के कुल दवा उत्पादन का 70 फीसद बंगाल में होता था, जो आज घटकर महज सात फीसद हो गया है। बंगाल का जूट उद्योग भी कमजोर हुआ है।
5- औद्योगिक वृद्धि के मामले में बंगाल 32 में से 20वें स्थान पर है और सीएजीआर सिर्फ 5.74 फीसद है। सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर 5.8 फीसद है और इसमें बंगाल 28वें स्थान पर है।
6- 2011 से अब तक बंगाल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) सिर्फ एक फीसद रहा है।
7- बंगाल के 23 लाख किसानों ने 'पीएम किसान सम्मान निधि' के लिए आनलाइन आवेदन किया था, लेकिन ममता सरकार ने उन्हें इससे वंचित किया।
आइपीएस अधिकारियों को नियमों के तहत बुलाया
बंगाल के तीन आइपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियिुक्ति पर बुलाए जाने के सवाल पर शाह ने कहा कि संवैधानिक नियमों के तहत ही ऐसा किया गया है। वहीं, रोड शो से पहले शाह विश्वभारती विश्वविद्यालय गए। यहां उन्होंने गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि अर्पित की और संगीत भवन में लोकनृत्य भी देखा। इसके बाद शाह ने बोलपुर के पारुलडांगा गांव में बाउल लोक गायक बासुदेव दास के घर पर दोपहर में भोजन भी किया। बाउल गायक ने शाह को गाना गाकर भी सुनाया।