नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बजट को विधानसभा चुनावों से जोड़कर बताया है। उन्होंने कहा कि चुनावों को देखते हुए बजट पेश किया गया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने आम बजट की तारीफ की है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि बजट में मध्यम वर्ग को मदद दी गई है, सबको कुछ न कुछ दिया गया है। कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने टैक्स स्लैब में कटौती का स्वागत किया है। साथ ही शशि थरूर ने कहा कि बजट में कुछ चीजें अच्छी थी।

बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को देश का आम बजट (Aam Budget 2023) पेश किया। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था चमकता सितारा है और यह अपने रास्ते पर हैं।

विधानसभा चुनावों को देखते हुए पेश किया गया बजट: खरगे

कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बजट 2-4 राज्यों के चुनाव को देखते हुए पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट नहीं इलेक्शन स्पीच है। उनकी जो भी बातें उन्होंने बाहर कही है वैसे जुमले इस बजट में डालकर इसका पुनरुच्चार किया है। बजट में महंगाई और मुद्रा स्फ़ीति में इज़ाफा है जिसपर ध्यान देना चाहिए था। खरगे ने कहा कि भाजपा ने पहले कहा था कि प्रति वर्ष वे 2 करोड़ नौकरियां देंगे। सरकारी भर्तियों को भरने के लिए भी कुछ भी नहीं हुआ। गरीब, बेरोजगार के लिए इस बजट में कुछ नहीं है।

कार्ति चिदंबरम ने टैक्स में कटौती का किया स्वागत

वहीं, कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने टैक्स स्लैब में कटौती का स्वागत किया है। चिदंबरम ने कहा कि टैक्स में किसी भी तरह की कटौती का स्वागत है। लोगों के हाथ में पैसा देना अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है। हालांकि उन्होंने कहा कि बजट का एक बड़ा हिस्सा राष्ट्रपति के अभिभाषण और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की पुनरावृत्ति है।

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बजट को बताया मिलाजुला

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि कहा कि बजट में कुछ चीजें अच्छी थी। उन्होंने कहा, 'मैं इसे पूरी तरह नकारात्मक नहीं कहूंगा, लेकिन अभी भी कई सवाल उठते हैं। बजट में मनरेगा का कोई जिक्र नहीं था। सरकार मजदूरों के लिए क्या करने जा रही है? बेरोजगारी, महंगाई की बात भी नहीं की गई।'

कांग्रेस महासचिव ने बजट को बताया फैंसी घोषणाएं

कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि यह बजट देश की वास्तविक भावना को संबोधित नहीं कर रहा है, जो कि महंगाई और बेरोजगारी है। इसमें केवल फैंसी घोषणाएं थीं, जो पहले भी की गई थीं। उन्होंने कहा कि पीएम किसान योजना से सिर्फ बीमा कंपनियों को फायदा हुआ किसानों को नहीं

तेजस्वी यादव ने बजट को लेकर सरकार पर साधा निशाना

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बजट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि 2014 में केंद्र की भाजपा सरकार ने कहा था, '2022 में किसानों की आय दुगुनी करेंगे। 2022 में सबको आवास देंगे। 2022 तक 80 करोड़ लोगों को नौकरी-रोजगार देंगे।' उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अब 2023 भी आ गया लेकिन इनकी जुमलेबाजी की आदत नहीं गयी। BJP को 100 प्रतिशत सांसद देने वाले बिहार को बजट में फिर ठगा गया है।

बजट में महंगाई से कोई राहत नहींः अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बजट में महंगाई से कोई राहत नहीं दी गई है, बल्कि इस बजट से महंगाई बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि बजट में बेरोज़गारी दूर करने की कोई ठोस योजना नहीं है। साथ ही शिक्षा बजट घटाकर 2.64 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत कर दिया गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बजट घटाकर 2.2 प्रतिशत से 1.98 प्रतिशत कर दिया गया।

मनोज झा ने बजट को लेकर क्या कहा?

राजद के सांसद मनोज झा ने कहा कि बजट में रोजगार को लेकर गोल-गोल बातें कही गई है। उन्होंने कहा, 'मैंने वित्त मंत्री को कई बार कहा है कि जब भी बजट बनाए तो अनुच्छेद 39 को देख लें। संविधान से आंखें मूंद कर स्तुति गान वाला बजट बनाते हैं तो कुछ हासिल नहीं होगा।' राजद नेता ने कहा कि रोजगार के लिए वित्त मंत्री ने गोल-गोल बातें की। ये बजट खास लोगों का खास लोगों द्वारा खास तरह से बनाया बजट है।

जदयू सांसद ने बजट को बताया 'सपनों का सौदागर'

जदयू के सांसद राजीव रंजन ने बजट को सपनों का सौदागर बताया है। उन्होंने कहा कि इस बार के बजट में कुछ भी नहीं है। यह 'सपनों का सौदागर' जैसा है। उन्होंने कहा कि जब आप सपने के बाद जागते हैं तो कुछ भी सच नहीं होता है। इसके अलावा, महंगाई और बेरोजगारी को कैसे नियंत्रित किया जाए, इस बारे में कुछ भी नहीं बताया गया।

डिंपल यादव ने बजट को बताया चुनावी

सपा सांसद डिंपल यादव ने बजट को चुनावी बताया। उन्होंने कहा कि ये चुनावी बजट है, किसानों के लिए कुछ नहीं है। किसानों की एमएसपी की बात नहीं की है। रेलवे को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया गया है। सपा सांसद ने कहा कि आधी से ज्यादा आबादी गांव में बसती है लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया है। ये बहुत ही निराशाजनक बजट है।

महबूबा मुफ्ती ने बजट को लेकर क्या कहा?

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह बजट वही है, जो पिछले 8-9 साल से आ रहा था। उन्होंने कहा कि आम लोगों को लाभ पहुंचाने के बजाय कल्याणकारी योजनाओं और सब्सिडी को खत्म किया जा रहा है। जो लोग गरीबी के स्तर से ऊपर उठ गए थे, वे फिर से गरीबी के स्तर से नीचे आ गए हैं।

बजट में "हम दो हमारे दो" पर फोकसः TMC सांसद शत्रुघन सिन्हा

टीएमसी सांसद शत्रुघन सिन्हा ने कहा कि संसद में पेश किए गए केंद्रीय बजट में "हम दो हमारे दो" पर एक बड़ा फोकस था और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए कुछ खास नहीं था। उन्होंने कहा कि इस बजट को आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पेश किया गया है।

बजट में नौकरी पेशा लोगों को बड़ी राहत

बता दें कि इस बार के बजट में मध्यम वर्ग के लोगों का ख्याल रखा गया है। वित्त मंत्री ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा 7 लाख की आय तक अब कोई टैक्स नहीं लगेगा। साथ ही गरीब खाद्यान्न योजना 1 साल के लिए बढ़ाई गई है। वित्त मंत्री ने कहा कि पैन अब राष्ट्रीय पहचान पत्र के रूप में जाना जाएगा। बजट में घोषणा की गई कि इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटोमोबाइल, खिलौने और देसी मोबाइल सस्ते होंगे। वहीं, चिमनी , कुछ मोबाइल फोन और कैमरे के लेंस, सिगरेट सोना, चांदी, प्लेटिनम महंगा होगा।

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Edited By: Devshanker Chovdhary