राम मंदिर पर बोले उद्धव ठाकरे- अब और इंतजार का कोई मतलब नहीं है, जल्द करो निर्माण, नहीं तो...
ठाकरे ने कहा कि हिंदुओं पर अत्याचार के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
मुंबई, एजेंसी। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए काम जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर अदालत के कारण प्रक्रिया में देरी हो रही है तो एक विशेष कानून इसे लेकर पारित किया जा सकता है। उन्होंने केंद्र सरकार पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह जल्द ही राम मंदिर निर्माण के लिए कदम उठाएगी।
उन्होंने कहा, 'जिस तरह से सरकार काम कर रही है, अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए हमारी उम्मीदें बढ़ गई हैं। अब और इंतजार करने का कोई मतलब नहीं है।' उद्धव ठाकरे ने यह बात मुंबई के बेस्ट भवन में एक बैठक के दौरान कही। उनका यह बयान आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले आता है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने राम मंदिर पर एक विशेष कानून बनाने की मांग की है। हमें अब और इंतजार नहीं करना चाहिए। एक विशेष कानून तुरंत पारित किया जाना चाहिए क्योंकि इस मामले में अदालत की वजह से देरी हो रही है।
370 हटाने जैसा कदम चाहिए
ठाकरे ने कहा, 'हम सुन रहे हैं कि मुद्दा अंतिम चरण में है। मैं सरकार से राम मंदिर निर्माण के लिए एक रास्ता निकालने के लिए एक साहसिक कदम उठाने का आग्रह करूंगा, जिस तरह से सरकार ने हाल ही में अनुच्छेद 370 के उन्मूलन में काम किया है।'
उन्होंने शिवसेना कार्यकर्ताओं को मंदिर की पहली ईंट रखने के लिए तैयार रहने को भी कहा। उन्होंने कहा, 'हमने शिवसेना कैडर को निर्देश दिया है कि वह अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखने के लिए तैयार रहें। यह एक ऐसा मुद्दा है जो हमारे संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के दिनों से अस्तित्व में है।'
उन्होंने आगे कहा कि हिंदुओं पर अत्याचार के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। 'कई बार मैंने अपने मुस्लिम भाइयों और बहनों से कहा है कि पाकिस्तान में हिंदुओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हम कभी नहीं चाहते कि हमारे मुस्लिम समुदाय के लिए भारत में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो। हमने कभी ऐसा प्रयास नहीं किया क्योंकि हम ऐसा नहीं चाहते हैं।'
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जो घटनाएं हो रही हैं, उनकी सिर्फ शब्दों में निंदा नहीं की जा सकती है। पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। हम देश (भारत) में रह रहे हैं और हमें ऐसे किसी भी निर्णय पर एकजुट होना चाहिए जो देश हित में हो।