छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के रूप में टीएस सिंहदेव का नाम सबसे आगे
टीएस का नाम सामने आने की वजह है-ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की विनम्र छवि बरकरार रहे।
नई दिल्ली, जेएनएन। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को लेकर कयासों का दौर जारी है। लोगों के बीच चर्चाएं हैं कि राजस्थान और मध्यप्रदेश की तर्ज पर यहां भी कांग्रेस उम्रदराज नेता टीएस सिंहदेव को कमान सौंप सकती है और पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल का उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। इस पर फैसला रविवार के लिए टाल दिया गया है।
जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पर्यवेक्षक बनकर राज्य का दौरा किया तो विधायकों में सबसे ज्यादा समर्थन टीएस सिंह देव को मिला। बताया जाता है कि 67 विधायकों में से 44 ने टीएस सिंहदेव का समर्थन किया।
दरअसल, कांग्रेस मुख्यमंत्रियों का चयन 2019 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर कर रही है। टीएस का नाम सामने आने की वजह है-ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की विनम्र छवि बरकरार रहे। राहुल गांधी भाजपा की आक्रामकता को विनम्रता से काटना चाहते हैं।
राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री पद के चार संभावित उम्मीदवारों- टीएस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल और चरण दास महंत से अपने आवास पर मुलाकात की और उनसे मंत्रणा की। इस बैठक में कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी के छत्तीसगढ़ मामलों के प्रभारी पीएल पूनिया भी शामिल हुए। छत्तीसगढ़ के लिए कांग्रेस अध्यक्ष की शनिवार को तीसरे दौर की बातचीत थी।
अंदरखाने चर्चा है कि उप मुख्यमंत्री का पद भूपेश को दिया जा सकता है, ताकि सरकार का तेवर भी दिखता रहे और बैलेंस बना रहे। चुनाव की दृष्टि से पिछड़े वर्ग और साहू वोटरों को साधने के लिए ताम्र ध्वज साहू को प्रदेश अध्यक्ष के महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
इसलिए हो सकता है टीएस पर फैसला
सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में कमलनाथ और राजस्थान में अशोक गहलोत का नाम मुख्यमंत्री के लिए तय कर लिया है। अब इसका औपचारिक एलान होना ही बाकी है। दोनों राज्यों में यह फैसला नेताओं की गंभीर छवि और उनके अनुभव के आधार पर लिया गया है।
यहां भी पार्टी की सोच यही है कि उम्रदराज टीएस सिंहदेव को कमान सौंपने से नेतृत्व की सौम्य छवि बनेगी और इससे लोकसभा में फायदा मिल सकता है। हालांकि अभी सिर्फ कयास ही लगए जा रहे रहे हैं। राहुल गांधी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद के चारों दावेदारों सिंहदेव, भूपेश, चरणदास महंत और ताम्रध्वज साहू को बुलाया है। उनसे आमने-सामने की चर्चा के बाद ही पार्टी अधिकृत घोषणा करेगी, ताकि कोई विवाद की स्थिति न बने।