36 घंटे में तीन शहरों का दौरा करेंगे ट्रंप, रक्षा सौदों पर होंगे हस्ताक्षर, संयुक्त बयान पर दुनिया की नजर
दोनोंं नेेताओं की वार्ता के बाद जारी होने वाले संयुक्त बयान पर पूरी दुनिया की नजर होगी। 20 वर्षो में पांचवी बार अमेरिकी राष्ट्रपति भारत का आधिकारिक दौरा करेंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप की भारत की पहली आधिकारिक यात्रा को एतिहासिक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। उनके स्वागत की जैसी तैयारी अहमदाबाद, आगरा और नई दिल्ली में की जा रही है। वैसा पूर्व में शायद ही किसी राष्ट्राध्यक्ष के लिए किया गया हो। भारत की पूरी कोशिश है कि ट्रंप दंपती हर लिहाज से भारत में बिताए 36 घंटे आजीवन याद रखें।
24 फरवरी को अहमदाबाद, आगरा और फिर नई दिल्ली
ट्रंप इस यात्रा के दौरान सबसे पहले 24 फरवरी को अहमदाबाद पहुंचेंगे, उसी दिन शाम को वह आगरा जाएंगे और आगरा से देर शाम नई दिल्ली पहुंचेंगे। यहां अगले दिन उनका राजकीय सम्मान होगा और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ आधिकारिक वार्ता होगी। 25 फरवरी को ही देर रात वह अमेरिका के लिए रवाना हो जाएंगे।
गुजरात में नमस्ते ट्रंप, अहमदाबाद एयरपोर्ट पर शंख बजाकर होगा स्वागत
गुजरात सरकार का कहना है कि अगले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप के एयरफोर्ट-वन से अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचने पर 19 लोग शंख बजाकर उनका परंपरागत तरीके से स्वागत करेंगे। इसके साथ ही 150 फीट चौड़े रेड कारपेट के दोनों ओर छह डांस ग्रुप पारंपरिक नृत्य करेंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप के इंडिया रोड शो मेें 28 राज्यों के सांस्कृतिक विरासत देखने के लिए 28 मंच बने
विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप व उनकी पत्नी मेलानिया का काफिला अहमदाबाद एयरपोर्ट से मोटेरा में बनाये गए नए स्टेडियम तक का सफर करेगा। इस रास्ते में देश के 28 राज्यों के सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए 28 मंचों का निर्माण किया गया है। इसे 'इंडिया रोड शो' का नाम दिया गया है। यही नहीं दोनों तरफ रास्ते में हजारों लोग उपस्थित होंगे। साथ ही रास्ते में जगह-जगह गांधी का दर्शन विभिन्न कला माध्यमों से प्रदर्शित किया जाएगा।
दुनिया के सबसे बड़े मोटेरा स्टेडियम में नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम होगा
मोदी और ट्रंप मिल कर दुनिया के इस सबसे बड़े स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे। यहीं पर 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है जिसमें एक लाख से अधिक लोग शामिल होंगे। यह वैसा ही आयोजन होगा जैसे ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम किया गया था। स्टेडियम में एक लाख लोग उपस्थित होंगे जिन्हें दोनों नेता संबोधित करेंगे।
ट्रंप व मेलानिया ताजमहल का दीदार करने आगरा जाएंगे
यहां से ट्रंप व मेलानिया अपने दल के साथ आगरा जाएंगे और वहां एक घंटे तक ताजमहल का दीदार करेंगे। वहां का कार्यक्रम इस तरह से रखा गया है कि शाम के धुंधलके में ताजमहल में ट्रंप दंपती कुछ वक्त गुजार सकें। उसके बाद ट्रंप नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
नई दिल्ली में 25 फरवरी को मोदी और ट्रंप के बीच दो स्तर की बातचीत होगी
नई दिल्ली में दो स्तर की वार्ता होगी :विदेश सचिव के मुताबिक नई दिल्ली में 25 फरवरी को मोदी और ट्रंप के बीच दो स्तरों पर बातचीत होगी। एक आधिकारिक स्तर की और दूसरी एकांत में। बातचीत काफी व्यापक होगी जिसमें सुरक्षा व रक्षा से लेकर कारोबार, स्वास्थ्य, ऊर्जा, वैश्विक हालात जैसे तमाम मुद्दे होंगे जो दोनो देशों के हितों को सीधे तौर पर या परोक्ष रूप से प्रभावित करते हैं। दोपहर में ट्रंप की मुलाकात भारतीय उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से होगी। देर शाम ट्रंप राष्ट्रपति भवन जाएंगे।
जयपुर एयरपोर्ट हो सकता है विकल्प
उसी रात वह अपने विशेष विमान से वापस अमेरिका के लिए उड़ान भरेंगे। लेकिन कड़ी सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली के आइजीआइ एयरपोर्ट के विकल्प के तौर पर जयपुर हवाई अड्डे को भी तैयार रखा जा रहा है। अमेरिका वापस जाने के लिए जयपुर हवाई अड्डे को भी विकल्प के रूप में रखा गया है। ट्रंप अभी जबकि चुनाव की तैयारी में भी जुटे हैं और जबरदस्त राजनीतिक विरोध भी झेल रहे हैं। ऐसे में भारत आने का फैसला दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ होते रिश्ते को बताता है।
संयुक्त बयान पर दुनिया की नजर
पिछले 20 वर्षो में पांचवी बार अमेरिकी राष्ट्रपति भारत का आधिकारिक दौरा करेंगे जबकि उसके पहले के 50 वर्षो में सिर्फ तीन बार अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने भारत का दौरा किया था। ट्रंप की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कुछ अहम रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इसमें एक समझौता भारतीय नौसेना के इस्तेमाल के लिए 24 अमेरिकी हेलीकॉप्टरों की खरीद का भी होगा। भारत सरकार की रक्षा उत्पादों को खरीदने की उच्चस्तरीय समिति ने इसकी मंजूरी दे दी है। दोनों नेताओं की वार्ता के बाद जारी होने वाले संयुक्त बयान पर पूरी दुनिया की नजर होगी। खास तौर पर ¨हद प्रशांत क्षेत्र को लेकर दोनों देश किस तरह से आगे की रणनीति की तरफ इशारा करते हैं।