त्रिपुरा हिंसा: ढहा दी गईं लेनिन की 2 प्रतिमा, केंद्रीय मंत्री बोले- भारत को विदेशी नेताओं के प्रतिमाअों की जरूरत नहीं
त्रिपुरा हिंसा में 1917 की रूसी क्रांति के नायक व वामपंथ के प्रणेता व्लादिमीर लेनिन की दो प्रतिमाएं तोड़ दी गई हैं।
अगरतला (आइएएनएस/प्रेट्र)। त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद हिंसा की कई घटनाएं सामने आईं हैं। 1917 की रूसी क्रांति के नायक व वामपंथ के प्रणेता व्लादिमीर लेनिन की दो प्रतिमाएं तोड़ दी गई हैं। हिंसा ने पूरे राज्य को अपनी चपेट में ले लिया है। ऐसे में विपक्षी दल भी सरकार पर हमलावर हो रखे हैं।
9 मार्च को CM पद की शपथ लेंगे बिप्लब देव
बिप्लब देब त्रिपुरा की पहली भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री होंगे। उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। वह 9 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर बैठक में मौजूद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि जिष्णु देब बर्मा राज्य के उपमुख्यमंत्री होंगे। भाजपा और उसकी सहयोगी आइपीएफटी ने 25 साल पुरानी वामपंथी सरकार को हालिया विधानसभा चुनाव में 59 में से 43 सीटें जीतकर उखाड़ फेंका है, लेकिन चुनाव बाद की हिंसा ने पूरे राज्य को चपेट में ले लिया है।
वामपंथी नेताओं व प्रतीकों पर हमले तेज
त्रिपुरा में वामपंथी सरकार के पतन के बाद से वामपंथी नेताओं और उनके प्रतीकों पर हमले तेज हो गए हैं। दक्षिण त्रिपुरा जिले के बेलोनिया कस्बे में एक चौराहे पर लेनिन की प्रतिमा सोमवार को देर रात बुलडोजर से ढहा दी गई। फाइबर की इस प्रतिमा का अनावरण कुछ माह पहले ही माकपा नेता प्रकाश करात ने किया था। इस प्रतिमा को गिराने के मामले में बुलडोजर के ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया था, बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। देशभर में मूर्ति तोड़ने की घटना की आलोचना के बीच मंगलवार को दक्षिण त्रिपुरा के सबरूम मोटर स्टैंड इलाके में भी लेनिन की मूर्ति तोड़ दी गई।
केंद्रीय मंत्री अहीर बोले, विदेशी विचारकों की जरूरत नहीं
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने हिंसा की निंदा करने के साथ ही कहा कि देश में विदेशी नेताओं की प्रतिमा की जरूरत नहीं है। यहां महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, आंबेडकर, दीनदयाल उपाध्याय, लोहिया समेत तमाम विचारक हैं।
राजनाथ ने जताई चिंता
राज्य के कई इलाकों में निषेधाज्ञा लगा दी गई है और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। इस बीच मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हिंसा पर चिंता जताई है। उन्होंने इस सिलसिले में राज्यपाल और डीजीपी से बात की और हिंसा रोकने के निर्देश दिए।
पलटे जा सकते हैं पुराने फैसले
त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने इस मामले में ट्वीट कर कहा, 'लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई एक सरकार जो कर सकती है, लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई दूसरी सरकार उसे पलट सकती है और इसका उलटा भी हो सकता है।'
एक-दूसरे पर आरोप
माकपा के राज्य सचिव बिजेन धर ने दावा किया कि चुनाव नतीजे आने के बाद से राज्यभर में 200 से ज्यादा स्थानों पर जारी हिंसा में 514 पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले हुए, 1539 घरों को लूट लिया गया। वहीं, त्रिपुरा भाजपा के उपाध्यक्ष सुबल भौमिक ने कहा कि पिछले 48 घंटों में माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले की 49 वारदातें हुई हैं।
किसी को नहीं बख्शेंगे : बिप्लब
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और भावी मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हिंसा के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
जनता देगी जवाब : येचुरी
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने हिंसा के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की जनता इसका जवाब देगी। वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा, भाजपा-आरएसएस को यह नहीं सोचना चाहिए कि चार प्रतिमाओं को गिराने से देश से कम्युनिस्टों का सफाया हो जाएगा।