संसद में राजनाथ बोले-खुफिया सूचना के आधार पर हिरासत में लिए गए थे तृणमूल सांसद
राजनाथ ने कहा कि कुछ लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर एनआरसी को लेकर झूठी अफवाहें फैलाई जा रही है। वह इसके जरिए इस पूरे मामले को अंतरराष्ट्रीय रंग देने की कोशिश कर रहे है, लेकिन हमें ऐसी अफवाहो से सचेत रहने की जरुरत है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली।एनआरसी के खिलाफ जंग को उतारू तृणमूल कांग्रेस और असम पहुंचे तृणमूल सदस्यों को हिरासत में लिए जाने को लेकर हंगामे पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने करारा हमला बोला।
उन्होंने स्पष्ट किया कि तृणमूल सदस्यों से सिलचर एअरपोर्ट पर शिष्टाचार के साथ पेश आया गया था। लेकिन उनका व्यवहार ही गलत था, हाथापाई तक की और दो महिला पुलिसकर्मी जख्मी भी हुई। राजनाथ ने कहा कि असम सरकार की ओर से कानून व्यवस्था को लेकर खुफिया जानकारी मिली थी। ऐसे में उन्हें हिरासत में लिया गया।
शुक्रवार को दोनों सदनों में तृणमूल कांग्रेस के सांसद उग्र थे। उनका आरोप था कि एनआरसी के मुद्दे पर असम गए उनके नेताओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया। राजनाथ ने स्थिति स्पष्ट की और आखिरकार तृणमूल सदस्यों को भी चुप होना पड़ा।
राजनाथ ने विपक्ष को आगाह किया कि एनआरसी पर राजनीति कर देश के साम्प्रदायिक सौहार्द्र को न बिगाड़े। उन्होंने कहा कि दुनिया का चाहे कोई भी देश हो, सभी यह जानना चाहेगा, कि उसके देश में कितने अपने लोग और कितने विदेशी है। एनआरसी भी ऐसी ही एक पहल है। यह राष्ट्रहित से जुडा संवेदनशील मसला है। इनमें किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर एनआरसी को लेकर झूठी अफवाहें फैलाई जा रही है। वह इसके जरिए इस पूरे मामले को अंतरराष्ट्रीय रंग देने की कोशिश कर रहे है, लेकिन हमें ऐसी अफवाहो से सचेत रहने की जरुरत है।
गृहमंत्री ने कहा कि ऐसी अफवाहों से निपटने के लिए हमारी पूरी तैयारी है। असम में राज्य सरकार की मांग के मुताबिक फोर्स तैनात की गई है। जरूरत हुई, तो हम वहां और फोर्स तैनात करेंगे। उन्होंने सदस्यों से राष्ट्रहित के मुद्दे पर साथ आने की अपील की।