मुकुल रॉय के बेटे समेत चार विधायकों पर कठोर कार्रवाई की तैयारी में तृणमूल कांग्रेस
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद शुभ्रांशु समेत तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक दलबदल करते हुए भाजपा में शामिल हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। भाजपा नेता मुकुल रॉय के विधायक बेटे शुभ्रांशु राय समेत तृणमूल कांग्रेस के चार विधायकों ने भाजपा का दामन थामा है। शुभ्रांशु को पार्टी ने पहले ही छह साल के लिए निलंबित कर दिया है, लेकिन अब इन लोगों के विधानसभा की सदस्यता रद कराने की तृणमूल तैयारी कर रही है। इस बाबत जल्द ही विधानसभा अध्यक्ष से लिखित आवेदन किया जाएगा।
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने शनिवार को कहा कि पार्टी ने निर्णय लिया है कि शुभ्रांशु समेत पार्टी के चार विधायक, जो भाजपा में शामिल हो चुके हैं, उनके खिलाफ पार्टी कठोर कदम उठाएगी।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद शुभ्रांशु समेत पार्टी के कई विधायक दलबदल करते हुए भाजपा में शामिल हो गए हैं। इनमें शुभ्रांशु के अलावा लाभपुर के विधायक मनिरुल इस्लाम, नोआपाड़ा के विधायक सुनील सिंह और बनगांव के विधायक विश्वजीत दास शामिल हैं। शुक्रवार को दलीय बैठक में इन विधायकों से चंदा नहीं लेने का निर्णय भी लिया गया। इस बाबत संबद्ध बैंकों से इन विधायकों के वेतन से चंदे का रकम नहीं काटने का आवेदन किया गया है।
उधर, कांग्रेस ने भी पाला बदलने वाले विधायकों की सदस्यता रद करने की मांग की है। कांग्रेस तृणमूल में शामिल हो चुके अपने विधायकों की सदस्यता रद करने की मांग पार्टी स्पीकर से पहले ही कर चुकी है। यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है।
हालांकि, इस मामले में कार्रवाई नहीं करने के लिए तृणमूल आलोचना झेल रही है। अब उत्पन्न नई राजनीतिक परिस्थितियों में तृणमूल चाहती है कि कांग्रेस के विधायक वापस अपने पार्टी में चले जाए। इससे उन्हें अपने उन विधायकों, जो पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गए हैं, के खिलाफ कार्रवाई करने में नैतिक बल मिलेगा।
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