कोरोना वायरस का तीसरा पीडि़त भी केरल में, हालात से निपटने के लिए जीओएम गठित
मंत्रिमंडलीय समूह के सामने प्रजेंटेशन में कोराना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे से निपटने और चीन में फंसे भारतीयों को वापस लाने की तैयारियों पर नजर रखने के लिए मंत्रिमंडलीय समूह का गठन किया गया है। गठन के तत्काल बाद स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के नेतृत्व में मंत्रिमंडलीय समूह की बैठक हुई, जिसमें मौजूदा हालात पर प्रजेंटेशन दिया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा ने भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा की।
कोरोना वायरस से पीडि़तों की संख्या तीन पहुंची, कोरोना वायरस का तीसरा पीडि़त भी केरल में
केरल मे कोरोना वायरस से पीडि़त एक और केस की पुष्टि होने के बाद देश में इससे पीडि़त मरीजों की संख्या तीन पहुंच गई है।
कोरोना वायरस पर मंत्रिमंडलीय समूह की बैठक
स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडलीय समूह की बैठक में हर्षवर्धन के अलावा नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, गृह राज्यमंत्री जी कृष्ण रेड्डी, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्वनी कुमार चौबे, जहाजरानी मंत्री मनसुख लाल मनडाविया के अलावा संबंधित मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए गठित जीओएम की पहली बैठक ने उठाए कदम
मंत्रिमंडलीय समूह के सामने प्रजेंटेशन में कोराना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई। जिनमें चीन के नागरिकों के ई-वीजा पर रोक, जारी हो चुके ई-वीजा को निलंबित करना और जरूरी काम से भारत आने वाले नागरिकों को पहले वहां के भारतीय दूतावास या कांस्यूलेट से संपर्क करने का निर्देश शामिल था।
चीन से अभी तक लाए गए 645 लोगों को सेना के विशेष कैंपों में रखा गया
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने यह भी बताया कि अभी तक चीन से 645 लोगों को लाया गया है, जिन्हें सेना और आइटीबीपी के विशेष कैंपों में रखा गया है। इसके साथ ही चीन से आने वाले 72,353 यात्रियों की 11 हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की जा चुकी है। चीन और हांगकांग के अलावा स्क्रीनिंग का दायरा सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले विमानों के लिए भी बढ़ा दिया गया है।
338 सैंपल की जांच में 335 मिले निगेटिव, 70 सैंपल की जांच जारी
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अभी तक संदिग्ध मरीजों के 338 सैंपल की जांच हो चुकी है, जिसमें 335 सैंपल निगेटिव पाए गए। केवल तीन मरीज ही कोरोना वायरस से ग्रसित मिले हैं, जिनका केरल में इलाज किया जा रहा है। जबकि 70 सैंपल की जांच की जा रही है।
पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी के अलावा 12 क्षेत्रीय लैब को कोरोना वायरस की टेस्टिंग के लिए तैयार किया गया है। वहीं पीके मिश्रा की अध्यक्षता में पीएमओ में हुई बैठक में एनएसए अजीत डोभाल, प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार पीके सिंह, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ विपिन रावत के साथ कई मंत्रालयों के सचिव उपस्थित थे।