जोगी की पार्टी में महिला नेत्रियों का टोटा, महिला सशक्तीकरण का वादा पीछे छूटा
पांच फीसद टिकट भी महिलाओं के हिस्से नहीं जा रहा है तो महिला नेत्रियों में निराशा है।
नईदुनिया, रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में महिला नेत्रियों की कमी है। जोगी ने अपने चुनावी एजेंडे में महिला सशक्तीकरण को जोर-शोर से उछाला था, लेकिन हालत यह है कि पार्टी में चुनाव लड़ने लायक महिला प्रत्याशी ही नहीं मिल रहीं। जोगी कांग्रेस ने अब तक 41 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की है, जिनमें से सिर्फ दो सीटों पर महिलाओं को टिकट मिला है।
पार्टी जल्द ही बाकी बची 49 सीटों पर भी प्रत्याशियों की घोषणा करने की तैयारी कर रही है। बाकी सीटों पर भी अब तक जो नाम चर्चा में आ रहे हैं उनमें महिलाएं नहीं हैं। दिक्कत यह है कि पार्टी ऐसे प्रत्याशियों की तलाश करना चाहती है, जो जीतने का माद्दा रखते हों, जबकि महिला आरक्षण के नाम पर पार्टी से जुड़ी महिला कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि महिला होने के नाते उन्हें मौका मिल जाएगा। अब जबकि पांच फीसद टिकट भी महिलाओं के हिस्से नहीं जा रहा है तो महिला नेत्रियों में निराशा है।
हालांकि, अभी कोई खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है, लेकिन पार्टी से जुड़ी महिला कार्यकर्ता दबी जुबान से यह कहने लगी हैं कि जोगी कांग्रेस ने महिला सशक्तीकरण का अपना एजेंडा अभी से छोड़ दिया है। वैसे पार्टी के नेता अब भी दावा कर रहे हैं कि अगली सूची में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। चुनावी साल में महिला सम्मान का मुद्दा सभी राजनीतिक दलों का प्रमुख मुद्दा बन गया है। कांग्रेस, भाजपा और अन्य राजनीतिक दल नारी सम्मान के नारे लगा रहे हैं। इन पार्टियों में महिलाओं को कितनी टिकट मिलेंगे यह अभी देखा जाना बाकी है। 33 फीसद महिला आरक्षण की हिमायत करने वाले राजनीतिक दल चुनाव में महिलाओं को टिकट देने से परहेज करते रहे हैं। प्रदेश में वर्तमान में 90 सदस्यीय विधानसभा में 10 महिला विधायक हैं।
जोगी कांग्रेस में महिला नेत्रियों की दावेदारी खारिज
जोगी कांग्रेस ने जिन 41 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं, उनमें कई सीटें ऐसी हैं, जहां महिला दावेदारों ने टिकट की मांग की थी। पार्टी ने चंद्रपुर से गीतांजलि पटेल और दंतेवाड़ा से जया कश्यप को मैदान में उतारा है। अन्य सीटों पर महिलाओं की दावेदारी खारिज कर दी गई। खल्लारी से अमृता बजाज ने दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी ने परेशबाग बहरा को उम्मीदवार बनाया है। नवागढ़ से रिती देशलहरे ने दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी ने हरि किशन कुर्रे को टिकट दी। खैरागढ़ से सीमा कौशिक की दावेदारी दरकिनार कर देवव्रत सिंह को मैदान में उतारा गया है। धरसींवा से उमा पुरैना चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं, लेकिन पार्टी ने विधान मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
चुनाव में दिख सकता है महिलाओं की अनदेखी का असर
जोगी कांग्रेस से जुड़ी महिला नेत्रियों में कई ने अपना दर्द दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नईदुनिया के सामने बयां किया। महिला नेत्रियों ने कहा कि हमने पार्टी खड़ी करने में अपना खून पसीना बहाया। घर परिवार छोड़कर पार्टी का काम करते रहे। अब बाहर से आने वालों को टिकट दिया जा रहा है और हमारी अनदेखी की जा रही है। इससे असंतोष बढ़ रहा है। चुनाव में इसका असर जरूर दिखेगा।
'अब तक पार्टी ने 41 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। इसमें से दो सीटों पर महिला नेत्रियों को मैदान में उतारा गया है। शेष 49 सीटों पर महिला कार्यकर्ताओं की दावेदारी का खास ख्याल रखा जाएगा। हमारे एजेंडे में महिला, युवा और किसान हैं।'
-सुब्रत डे, मुख्य प्रवक्ता, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़