राम मंदिर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया यह बड़ा बयान Gorakhpur News
मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे इंतजार के बाद बापू के मुखारबिंद से राम कथा सुनने का सौभाग्य गोरखपुर के लोगों को मिल रहा है। बहुत जल्द भगवान राम से जुड़ी एक और खुशखबरी सुनने को मिलेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। मोरारी बापू की कथा के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लंबे इंतजार के बाद बापू के मुखारबिंद से राम कथा सुनने का सौभाग्य गोरखपुर के लोगों को मिल रहा है। बहुत जल्द भगवान राम से जुड़ी एक और खुशखबरी सुनने को मिलेगी। हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर राम मंदिर का जिक्र नहीं किया।
मोरारी बापू को अंग वस्त्र ओढ़ाकर योगी ने किया स्वागत
मुख्यमंत्री चंपादेवी के पार्क में आयोजित रामकथा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने कथा वाचक मोरारी बापू को अंग वस्त्र ओढ़ाकर उनका स्वागत किया। गोरखनाथ मंदिर व श्रीराम कथा प्रेम यज्ञ समिति के तत्वावधान में ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर के लिए सौभाग्य की बात है कि शारदीय नवरात्र के अवसर पर मोरारी बापू की रामकथा का शुभारंभ हो रहा है। गोरखपुर में इस कथा की पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि बहुत दिनों से बापू कहते थे कि उन्हें गोरखनाथ जी को राम कथा सुनानी है। जब अवसर आया तो मौसम की खराबी ने दिक्कत बढ़ा दी। लगा ईश्वर हमारी परीक्षा ले रहा है, पर जैसे ही बापू की कथा का समय नजदीक आया, सबकुछ ठीक हो गया।
हर व्यक्ति की सांसों में बसे हैं राम
भगवान राम को भारत की सनातन हिंदू परंपरा से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदू धर्म की परंपरा भगवान विष्णु के जिन अवतारों पर ज्यादा विश्वास करती है, श्रीराम उसमें एक आदर्श हैं। जीवन के हर पक्ष में, जहां कहीं कोई समस्या पैदा होती है, हमें श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रसंगों से प्रेरणा प्राप्त होती है। राम हर व्यक्ति की सांस में बसे हैं। 90 के दशक में जब रामायण धारावाहिक टीवी पर आता था तो काफी लोकप्रिय हुआ था। राम की भक्ति ही भारत राष्ट्र की शक्ति है।
गोरखनाथ मंदिर में हुई बापू की रामकथा पोथी की पूजा
चंपा देवी पार्क में मोरारी बापू के कथा कार्यक्रम के शुभारंभ से पहले उनकी पोथी गोरखनाथ मंदिर पहुंची। वहां पोथी की पूजा की गई और फिर उसे लेकर गुरु गोरखनाथ मंदिर के गर्भ गृह की परिक्रमा की गई। परिक्रमा के दौरान पोथी को सिर पर लेकर चलने वालों में मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ, सतुआ बाबा, भागीरथी जालान, खुशबू जालान, द्वारिका तिवारी शामिल रहे। पोथी को महंत अवेद्यनाथ के समाधि स्थल की परिक्रमा भी कराई गई। इससे पहले बापू के गोरखपुर पहुंचने के के बाद आयोजकों की एक टोली पोथी को लेकर मंदिर पहुंची, जहां मंदिर प्रबंधन की ओर से उनका भव्य स्वागत किया गया। पूजापाठ के बाद पोथी को पूरे आदर के साथ कथा स्थल के लिए रवाना किया गया।