ठाकरे ने कहा- महाराष्ट्र में बनाएंगे शिवसेना का सीएम, लोस चुनाव में भी फहराएंगे भगवा ध्वज
उद्धव ने कहा कि शिवसेना हमेशा हिंदुत्त्व के एजेंडे पर कायम रही है। उसने सत्ता के लिए कभी हिंदुत्व को नहीं छोड़ा।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प व्यक्त किया है। वह मंगलवार को शिवसेना के बावनवें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी लगातार शिवसेना के साथ अपने रिश्ते नरम करने की कोशिश कर रही है, लेकिन शिवसेना के मन में महाराष्ट्र में अपना मुख्यमंत्री न होने की कसक बार-बार उभर कर सामने आ जाती है। उद्धव ठाकरे के मन में ये कसक आज भी दिखाई दी।
उन्होंने शिवसैनिकों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि आज पूरा देश देखता है कि शिवसेना क्या कहती है और क्या करती है ? यह शक्ति तुम शिवसैनिकों की है जो महाराष्ट्र में भगवा ध्वज फहरा सकता है, और अपने दम पर शिवसेना का मुख्यमंत्री बनवा सकता है।
उद्धव ने कहा कि शिवसेना हमेशा हिंदुत्त्व के एजेंडे पर कायम रही है। उसने सत्ता के लिए कभी हिंदुत्व को नहीं छोड़ा। न कभी सत्ता के लिए जोड़-तोड़ का सहारा लिया। यदि हम कभी ऐसा करते तो हमें शिवसेना प्रमुख (स्वर्गीय बालासाहब ठाकरे) कभी माफ नहीं करते।
शिवसेना अध्यक्ष ने मोदी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसके लिए जम्मू-कश्मीर सरकार से भाजपा की समर्थन वापसी का बहाना लेते हुए उद्धव ने सवाल उठाया कि यह बात समझने में तीन साल क्यों लग गए कि जम्मू-कश्मीर सरकार नालायक है। उद्धव ने रमजान के अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा सीजफायर करने पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि जब आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता, तो उनके लिए सीजफायर करने की क्या जरूरत थी। यह निर्णय तो केंद्र सरकार का था। दूसरी ओर आतंकियों ने कोई सीजफायर नहीं किया। वह रमजान में भी लोगों को मारते रहे। यहां तक कि छुट्टी पर घर लौट रहे सिपाही औरंगजेब को भी मार दिया।
कुछ दिनों पहले राकांपा नेता शरद पवार ने शिवसेना को तीसरे मोर्चे में शामिल होने का न्यौता दिया था। उद्धव को यह न्यौता भी पसंद नहीं आया। उन्होंने पवार को आड़े हाथों लेते हुए कहा को जो खुद सत्ता से बाहर हो चुके हैं, अब वह हमें सलाह दे रहे हैं। हमें उनकी सलाह की जरूरत नहीं है।
फिर शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी बढ़ती ताकत हमें दिखाई नहीं देती, लेकिन दूसरो को दिखाई देती है। इसीलिए हमें तीसरे मोर्चे में शामिल होने की सलाह दी जा रही है। महाराष्ट्र विधानमंडल का वर्षाकालीन सत्र नागपुर में करने एवं शीतकालीन सत्र मुंबई में करने के सरकार के फैसले पर भी उद्धव ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि दिसंबर में ही लोकसभा चुनाव होने की संभावना है। शिवसेना उसमें भी भगवा ध्वज फहरा कर रहेगी।
मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश जैसे शिवसेना के पुराने जुमले को आज बुलेट ट्रेन एवं बड़ोदरा एक्सप्रेस वे से जोड़ते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि ऐसा करके केंद्र सरकार मुंबई को गुजरात का एक उपनगर बनाने की साजिश रच रही है, लेकिन शिवसेना इस साजिश को कामयाब नहीं होने देगी। हम इसीलिए बुलेट ट्रेन एवं एक्सप्रेस वे जैसी योजनाओं का विरोध कर रहे हैं।