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तेलंगाना सीएम ने तोड़ी चुप्पी, हैदराबाद के हैवानों को जल्‍द सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई

महिला पशु चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद बेरहमी से मार देने की घटना पर देश भर में उबाल कम नहीं हुआ है। घटना के तीन दिन बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भी चुप्पी तोड़ी है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 10:29 PM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 10:29 PM (IST)
तेलंगाना सीएम ने तोड़ी चुप्पी,  हैदराबाद के हैवानों को जल्‍द सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई
तेलंगाना सीएम ने तोड़ी चुप्पी, हैदराबाद के हैवानों को जल्‍द सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई

हैदराबाद, प्रेट्र। महिला पशु चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद बेरहमी से मार देने की घटना पर देश भर में उबाल कम नहीं हुआ है। घटना के तीन दिन बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने मामले की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित करने का आदेश दिया है, ताकि जल्द से जल्द दरिंदों को सजा दिलाई जा सके। घटना को भयानक करार देते हुए मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिजनों के प्रति गहरी संवेदन जताई है और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया है।

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 रविवार को मुख्यमंत्री के दफ्तर की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सीएम राव ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि हत्यारों को कठोर से कठोर सजा मिल सके। बयान के मुताबिक सरकार बर्बरता पूर्वक मारी गई महिला चिकित्सक के परिजनों को सभी जरूरी मदद भी मुहैया कराएगी। बयान में दुष्कर्म की उस घटना का जिक्र भी किया गया है, जिसमें फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर छह महीने में सजा सुनाई गई थी।

इतनी बर्बर घटना पर अब तक चुप्पी साधने पर भाजपा, कांग्रेस, वाम दलों और अन्य पार्टियों ने मुख्यमंत्री की आलोचना की थी। भाजपा ने कहा था कि बर्बर घटना से लोगों में उबाल है और मुख्यमंत्री विवाह समारोह में फोटो शूट करा रहे हैं।

कठोर सजा के लिए कानून में बदलाव की मांग

तेलंगाना के आइटी मंत्री केटी रामा राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आइपीसी और सीआरपीसी की धाराओं में बदलाव करने का अनुरोध किया है, ताकि महिलाओं और बच्चों के साथ अपराध करने वालों को फांसी की सजा दी जा सके। मुख्यमंत्री राव के पुत्र रामा राव ने सिलिसिलेवार ट्वीट कर मामले में त्वरित सुनवाई की जरूरत पर भी बल दिया है।

हाई सिक्योरिटी सेल में आरोपित

चारों आरोपितों को चेरलपल्ली सेंट्रल जेल में अन्य कैदियों से अलग हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है। जेल के अधिकारियों ने कहा कि इन पर लगातार नजर रखी जा रही है, ताकि वो खुद को नुकसान न पहुंचा सकें और दूसरे कैदी भी उन पर हमला न करने पाएं।

वहीं, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के सिलेसिले में आरोपितों को रिमांड पर लेने पर विचार किया जा रहा है। पुलिस पेट्रोल पंप के उस कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कानूनी राय ले रही है, जहां से आरोपितों ने महिला चिकित्सक के शव को जलाने के लिए बोतल में पेट्रोल और डीजल खरीदे थे।

उन्हें जो सजा देना है दो

इस घटना ने आरोपितों के परिजनों को भी स्तब्ध कर दिया है। उनका घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। तीन आरोपितों मोहम्मद आरिफ, चेन्नकेसवुलु और शिवा के घरवालों का कहना है कि उन्हें जो भी सजा देने है दे दो। फांसी पर लटका दो या गोली मारकर मौत के घाट उतार दो, हममें से कोई भी उनका बचाव करने नहीं जाएगा।

चेन्नकेसवुलु की मां ने कहा कि उसकी भी एक बेटी है इसलिए वह उस मां का दर्द समझ सकती है, जिसने अपनी बेटी खो दी है। उसने बताया कि उसका बेटा लंबे समय से बीमार था, इसलिए पिछले छह महीने से वो उसे काम पर भी नहीं भेजते थी।

नेताओं-अधिकारियों के प्रति गुस्सा

पशु चिकित्सक की कॉलोनी में रहने वाले लोगों में नेताओं, पुलिस अधिकारियों, मीडिया और बाहरी लोगों के प्रति भारी नाराजगी है। लोगों ने अपनी कॉलोनी के गेट बंद कर दिए हैं और बाहरी लोगों को घुसने नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें सहानुभूति नहीं न्याय चाहिए।


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