संक्रमित शख्स के शव को अंत्येष्टि के लिए JCB से ले जाने का मामला, विपक्ष के निशाने पर आंध्र सरकार
कोविड-19 के कारण आंध्र प्रदेश में मरने वाले एक शख्स का शव JCB से अंत्येष्टि के लिए ले जाने के कारण राज्य सरकार निशाने पर है।
विजयवाड़ा, एएनआइ। श्रीकाकुलम (Srikakulam ) जिला में कोविड-19 के कारण मरने वाले शख्स का शव अंत्येष्टि के लिए JCB से ले जाया गया जिसके बाद आंध्रप्रदेश सरकार आलोचनाओं का शिकार हो रही है। तेलुगू देसम पार्टी (Telugu Desam Party, TDP) के प्रवक्ता के पट्टाभिरम (K Pattabhiram) ने शुक्रवार को आंध्रप्रदेश सरकार को असफल करार दिया। उन्होंने केंद्र से मामले में हस्तक्षेप की मांग की। साथ ही राज्य में महामारी के प्रसार की रोकथाम संबंधित सभी आवश्यक कदमों को उठाने को लेकर मुख्यमंत्री को निर्देश देने की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी इस घटना के वीडियो को ट्वीट कर राज्य सरकार के रवैये पर सवाल उठाए हैं।
शव के साथ अमानवीय व्यवहार
पत्ताभिरम ने राज्य सरकार पर निशाना निशाना साधते हुए कहा कि यह पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस मुहैया कराने की स्थिति में नहीं है। श्रीकाकुलम में एक 70 वर्षीय कोरोना संक्रमित शख्स की घर में ही मौत हो गई थी और घर वाले शव को उठाने को तैयार नहीं हुए। फिर बुजुर्ग के शव को जिले के नगरपालिका और स्वास्थ्यकर्मी जमीन खुदाई करने वाली जेसीबी से अमानवीय तरीके से उठाकर अंत्येष्टि के लिए ले जाया गया। उन्होंने कहा, 'अस्पतालों में उचित इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद नहीं है। जगन सरकार कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में असफल है।' वरिष्ठ CPM नेता बाबूराव ( Baburao) ने घटना की निंदा की और इस हादसे के लिए जिम्मेवार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया। उन्होंने सवाल किया, 'सरकार द्वारा फ्रंटलाइन वारियर्स के लिए क्या यही उपहार है?'
सस्पेंड किए गए म्युनिसिपल स्टाफ
इस घटना के बाद राज्य सरकार की खूब आलोचना हो रही है। विपक्षी पार्टी के नेता भी इसकी कड़ी निंदा कर रहे हैं। इस बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने ट्वीट कर इस घटना की सख्त निंदा की और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही। श्रीकाकुलम जिले के कलेक्टर जे निवास ने आदेश जारी करके दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया और बाकी के कर्मचारियों पर जांच का आदेश दिया है।