परशुराम और नारद मुनि के अवतार लेने के बाद टीडीपी नेता ने लिया फोक डांसर का रूप
आइए आपको बताते हैं कि हाल के दिनों में टीडीपी नेता नराम्लली ने किन किन अवतारों में लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
नई दिल्ली (जेएनएन)। विशेष दर्जे की मांग को लेकर पिछले कुछ समय से चर्चा में रहे नरामल्ली शिवप्रसाद अब अपने नए ड्रेसअप को लेकर चर्चा में हैं। परशुराम, नारद मुनि, बाबा भीमराव अंबेडकर कृष्ण का रुप धारण कर चुके अब नरामल्ली फोक डांसर के अवतार में संसद भवन में आए। आपको बता दें कि विशेष दर्जा उन राज्यों को दिया जाता है जो देश, काल और परिस्थितियों के चलते अन्य राज्यों से पिछड़ते रहे। इसके लिए चाहे उनका पथरीला भूभाग जिम्मेदार रहा हो, सामाजिक समस्याएं या उनका अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगा होना वजहें रही हों।
एक दशक से अधिक समय से बिहार, झारखंड, ओडिशा और राजस्थान इस दर्जे की मांग कर रहे हैं। अब इस सूची में आंध्र प्रदेश का नाम भी जुड़ गया है। 1969 में नेशनल डेवलपमेंट काउंसिल ने जम्मू कश्मीर, असम और नगालैंड को सबसे पहले विशेष राज्य का दर्जा दिया। इन राज्यों को एक्साइज टैक्स में भारी छूट दी गई। आने वाले वर्षों में आठ अन्य राज्यों- अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा और उत्तराखंड को यह दर्जा दिया गया। आइए आपको बताते हैं कि हाल के दिनों में टीडीपी नेता नराम्लली ने किन किन अवतारों में लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
पिछले एक महीने से संसद में हर रोज नए नए अवतार में आ रहे नरामल्ली आज फोक डांसर के अवतार में सामने आए। इस दौरान वे गुलाबी रंग के फ्रॉक आकार के ड्रेस, सफेद पायजामा सिर पर मुकुट और हाथों में वीणा लिए नजर आए। उनके साथ उनके कई समर्थक भी थे जो सफेद और पीले पोशाक में नजर आए।
कल नरामल्ली संसद में भगवान परशुराम की वेशभूषा में पहुंचे। केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए शिवप्रसाद ने संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने भगवान परशुराम की वेश धारण कर विरोध प्रदर्शन किया। आपको बता दें कि हिंदू धर्म में परशुराम भगवान विष्णु के ब्राह्मण वर्ण के छठे अवतार हैं। विष्णु के अन्य अवतारों की तरह माना जाता है कि धरती पर भारी बुराई फैसले के बाद परशुराम अवतार का जन्म हुआ था।
इससे पहले वे नारद मुनि के वेश में संसद भवन पहुंचे थे। इससे पहले चित्तूर के सासंद साड़ी लपेटकर भी संसद में देखे गए हैं। यह भी उनका केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर तरीका था। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि मोदी सरकार ने आंध्र प्रदेश की महिलाओं को धोखा दिया है।
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की ओर लोगों का ध्यान खींचने के लिए अपने अजीबो-गरीब तौर-तरीकों से चर्चित हुए तेदेपा सांसद शिवा प्रसाद मंगलवार को चरखा और सूत लेकर संसद पहुंचे। इससे पहले वे कई रूप धारण कर चुके हैं।
टीडीपी ने संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और इन सबके बीच ही टीडीपी नेता शिव प्रसाद भगवान कृष्ण के रूप में बांसुरी बजाते नजर आए। उन्होंने अपने इस अलग अंदाज से सभी का ध्यान खींचा और लोगों के बीच चर्चा के विषय बन गए। मीडिया के कैमरे भी उन्हें कैद करने को उतावले दिखे।
टीडीपी सांसद नरामल्ली शिव प्रसाद आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए संसद भवन में बजट सत्र के दौरान राजा हरिश्चंद्र के कपड़े पहन कर आए। इस दौरान वे चमकीले रंग के कपड़े पहने संसद के प्रांगन में टेबल पर बैठे नजर आए। प्रदर्शन करने का उनका यह अनोखा अंदाज लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
संसद के बजट सत्र के दौरान ही वे एक दिन स्कूली बच्चे के अवतार में दिखे। इस दौरान शिव प्रसाद ने बच्चों जैसी स्कूल ड्रेस पहन रखी थी। इस दौरान वे ब्लू रंग की हाफ पैंट और चेक शर्ट पहने नजर आए। इतना हीं नहीं इस दौरान उनके कंधे पर बस्ता भी लटका हुआ था जिसे लोग बड़े ही चाव से देख रहे थे।
टीडीपी डॉ बी आर अंबेडकर के अवतार में नजर आए। इस दौरान अपने दायें हाथ को आगे कीतरफ प्वाइंट आउट करके भीमराव अंबेडकर के जैसे पोज देते हुए दिखे। इस तस्वीर में वे बाबा भीमराव अंबेडकर जैसे ही चश्मा व्हाइट शर्ट, ब्लू कोर्ट और लाल कलर की टाइ में सज-धज कर आए थे। इतना ही नहीं उनके हाथों में लाल रंग की भारतीय संविधान की पुस्तक भी सुशोभित थी।
बजट सत्र के अन्य दिन मछुआरे की भांति में नजर आए टीडीपी नेता शिव प्रसाद। आंध्रप्रदेश को केंद्र से विशेष दर्जा दिलाने की अनोखे तरह से मांग करते हुए टीडीपी सांसद और नेता शिव प्रसाद संसद में पूरे बजट सत्र में लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे।