TDP के तेवरों से सतर्क हुई BJP, कहा- सहयोगी पार्टी से बातचीत कर निकालेंगे हल
आंध्र प्रदेश के प्रति समर्पण की बात करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने तेदेपा को भाजपा का पुराना सहयोगी बताया।
नई दिल्ली (एएनआई)। आम बजट में आंध्र प्रदेश की कथित उपेक्षा और अपेक्षित फंड नहीं मिलने से नाराज तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) को मनाने के लिए भाजपा ने कवायद शुरू कर दी है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी आंध्रप्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने टीडीपी के साथ वार्ता की बात करते हुए कहा कि यह भाजपा की पुरानी सहयोगी है, हम उनसे बात करेंगे और बताएंगे कि आंध्र प्रदेश के हितों के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
गौरतलब है कि पहले ही एन. चंद्रबाबू नायडू एनडीए से नाता तोड़ने के संकेत दे चुके हैं। उन्होंने अलग होने की संभावनाओं के लिए भाजपा को ही जिम्मेदार ठहराया था। राज्य के भाजपा नेताओं द्वारा टीडीपी की आलोचनाओं पर चंद्रबाबू ने कहा था कि इन्हें कंट्रोल करना भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की जिम्मेदारी है।संवाददाताओं से बातचीत में तेदेपा प्रमुख नायडू ने कहा था कि वह गठबंधन धर्म से बंधे हैं। तेदेपा नेताओं को बयानबाजी पर प्रतिक्रिया जाहिर करने से रोक रखा है। उन्होंने कहा, 'गठबंधन धर्म के कारण हम चुप हैं। यदि वे हमें नहीं चाहते तो हम नमस्कारम कह देंगे और अपनी राह पर निकल पड़ेंगे।'
हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा मुद्दे पर राम माधव ने सफाई देते हुए कहा, हुर्रियत नेताओं को मुहैया कराई गई सुरक्षा व्यवस्था काफी कम है। दो या तीन हुर्रियत नेताओं को छोड़ किसी को भी सरकारी सुरक्षा नहीं मुहैया करायी गयी है। सुरक्षा पर अधिक खर्च का प्रोपगैंडा पूरी तरह आधारहीन है।
उन्होंने उमर अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए कहा कि घाटी में शांति और व्यवस्था को कायम रखने में नेशनल कांफ्रेंस मददगार नहीं रहा। उन्हें यह समझना आवश्यक है कि यह राजनीति से अलग है और इसमें समूचे देश की सुरक्षा निहित है।