टीडीपी के चार राज्यसभा सदस्य भाजपा में हुए शामिल, चंद्रबाबू बोले- संकट की कोई बात नहीं
चंद्रबाबू नायडू की तेलगू देशम पार्टी के चार राज्यसभा सदस्य भाजपा में शामिल हो गए हैं। चारों सांसदों को भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सदस्यता दिलाई।
नई दिल्ली, जेएनएन। एक तरफ जहां भाजपा अगले महीने से सदस्यता अभियान के जरिए संगठन विस्तार में जुटने वाली है, वहीं संसद में भी विस्तार जारी है। लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ मोर्चा बनाने की कोशिशों में आगे रहे टीडीपी के चार राज्यसभा सांसद भाजपा में शामिल हो गए।
जनमत का रुख देखते हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे भरोसा जताते हुए उन्होंने यह फैसला लिया और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैयानायडू से मिलकर विधिवत उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वह भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। भाजपा के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया।
गुरुवार रात को टीडीपी छोड़ भाजपा में शामिल चारों राज्यसभा सदस्यों ने भाजपा अध्यक्ष व गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकत की है। इस दौरान भाजपा में शामिल वाईएस चौधरी, सीएम रमेश और टीजी वेंकटेश के साथ कार्यकारी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।
टीडीपी के राज्यसभा में छह सांसद थे। गुरुवार को सुबह राज्यसभा संसदीय दल की बैठक में चार सदस्य- वाईएस चौधरी, सीएम रमेश, जीएम राव और टीजी वेंकटेश ने एक औपचारिक प्रस्ताव पारित कर भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया। चौधरी संसदीय दल के नेता भी हैं। दरअसल इन नेताओं ने पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई थी। जब भाजपा से सहमति मिली तो उन्होंने प्रस्ताव पारित किया।
पूरी औपचारिकता निभाने के बाद तीन सदस्य भाजपा कार्यालय भी पहुंचे। एक सदस्य जीएम राव पांव में चोट के कारण नहीं आ सके। राज्यसभा में नेता सदन थावरचंद गहलोत, महासचिव भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया और भरोसा दिलाया कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर ही आगे बढ़ेगी।
सांसदों के भाजपा में शामिल होने पर टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि हमने भाजपा से लड़ाई केवल राज्य को विशेष दर्जा दिलाने और राज्य के हितों के लिए की। हमने टीडीपी को कमजोर करने के लिए भाजपा के प्रयासों की निंदा करते हुए विशेष दर्जे के लिए हमने केंद्रीय मंत्रियों की बलि दी। पार्टी के लिए संकट कोई नई बात नहीं, नेताओं और कैडर के लिए घबराने की कोई बात नहीं है।
बता दें कि इन चार नेताओं के शामिल होने के साथ राज्यसभा में भाजपा का वर्तमान आंकड़ा 75 पहुंच गया है। अभी कुछ राज्यों में उपचुनाव भी होने वाले हैं और माना जा रहा है कि चार सीटें भाजपा के खाते में आएंगी। सहयोगी दलों, मनोनीत सदस्यों और कुछ छोटे दलों के साथ राजग का आंकड़ा 115 के आसपास पहुंचता है। ध्यान रहे कि मोदी की पहली सरकार में कई विधेयक राज्यसभा में विपक्ष के बहुमत के कारण ही अटका था। अभी भी संयुक्त विपक्ष हावी है।
गौरतलब है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीडीपी का प्रदर्शन बेहद खराब था। आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से टीडीपी ने केवल 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, वाईएसआर कांग्रेस ने 22 सीटों पर कब्जा किया था। विधानसभा चुनावों में टीडीपी ने प्रदेश की 175 सीटों में से महज 23 सीटें ही जीत पाई जबकि वाईएसआर कांग्रेस ने 151 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप