तमिलनाडु: DMK नेता का बयान, 'अच्छा होगा हम अकेले लड़े निकाय चुनाव, कब तक कांग्रेस की पालकी ढोएंगे'
तमिलनाडु में डीएमके और कांग्रेस पार्टी के बीच इनदिनों तकरार जारी है। चेन्नई में पानी की किल्लत के मुद्दे पर भी डीएमके ने अपना विरोध जताया था।
चेन्नई, एएनआइ। तमिलनाडु में डीएमके और कांग्रेस पार्टी के बीच तनाव इनदिनों जारी है। चेन्नई में पानी की किल्लत को लेकर जहां डीएमके-कांग्रेस आमने सामने हैं, वहीं अब डीएमके के ही एक नेता ने कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया है। डीएमके के नेता केएन नेहरू ने कांग्रेस को लेकर कहा है कि, 'यह अच्छा होगा अगर हम स्थानीय निकाय चुनावों में अकेले चुनाव लड़ें क्योंकि आखिर हमें कितने दिनों तक कांग्रेस की पालकी ढोनी चाहिए।
KN Nehru, DMK: It'll be good if we contest alone in local body polls because for how many days should we carry the palanquin for them. It's my opinion but I will agree with what my leader (MK Stalin) says. If he asks us to carry Congress on our shoulders, we are ready. #TamilNadu pic.twitter.com/eRkSimHr4d
— ANI (@ANI) June 22, 2019
इसके आगे बोलते हुए डीएमके नेता केएन नेहरू ने बोला कि, ' यह मेरी निजी राय है लेकिन हमारे नेता एमके स्टालिन जो कहते हैं, मैं उससे सहमत हूं। अगर वह हमसे कांग्रेस को अपने कंधे पर उठाने के लिए कहते हैं, तो हम तैयार हैं।'
तमिलनाडु में पानी की भारी किल्लत से लोग जूझ रहे हैं। भीषण जल संकट ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। चेन्नई के ज्यादातर इलाकों में लोग टैंकरों से पानी भरने को मजबूर हैं। चेन्नई में टैंकरों से पानी लेने के लिए टोकन जारी किया जा रहे हैं। अब इस मुद्दे को चेन्नई की विपक्षी पार्टी डीएमके (DMK) राजनीतिक तूल देने की तैयारी में है। इस मुद्दे पर सरकार को पूरी तरह से तैयारी कर ली गई है। डीएमके कार्यकर्ताओं ने आज अरुंबक्कम इलाके में पानी की किल्लत को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
गंभीर जल संकट से जूझ रहे चेन्नई के लोगों को कुछ राहत मिलने जा रही है। तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी (Chief Minister K. Palaniswami) ने कहा है कि वेल्लोर ( Vellore district) के जोलारपेट ( Jolarpettai) से एक करोड़ लीटर पानी विशेष ट्रेन के जरिए चेन्नई भेजा जाएगा। ट्रेन द्वारा जलापूर्ति का यह काम छह महीने तक किया जाएगा। इसके लिए 65 करोड़ रुपये की राशि अलग से आवंटित की गई है। उन्होंने बताया कि चेन्नई मेट्रोपोलिटन वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड ने जल वितरण के लिए 158.42 करोड़ रुपये का आवंटन किया है।
बता दें कि चेन्नई को पानी की सप्लाइ करने वाली चार झीलें सूख गई हैं। ऐसे में शहर की लगभग चालीस लाख से ज्यादा आबादी के लिए एकमात्र आसरा अब केवल सरकारी पानी टैंकर ही हैं। शहर में जल संकट को देखते हुए छोटे रेस्त्रां बंद किए जा रहे हैं जबकि कुछ कार्यालयों में घर से काम करने का नियम लागू किया गया है। नौबत यहां तक आ गई है कि पानी बचाने के लिए शहर के मेट्रो सिस्टम ने अपने स्टेशनों पर एयर कंडीशनिंग का उपयोग करना भी बंद कर दिया है।
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