द्रमुक विधायक अनबझगन कोरोना वायरस से हारे जंग, पार्टी अध्यक्ष स्टालिन ने दी श्रद्धांजलि
सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें दो जून को निजी अस्पताल डॉ. रेला इंस्टीट्यूट एंड मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था।
चेन्नई, एजेंसी। द्रमुक विधायक जे. अनबझगन का बुधवार को यहां कोरोना वायरस संक्रमण के चलते निधन हो गया। बुधवार को उनका जन्मदिन भी था। सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें दो जून को निजी अस्पताल डॉ. रेला इंस्टीट्यूट एंड मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था।
कोविड-19 के कारण उन्हें निमोनिया हो गया था
अस्पताल ने एक बयान में कहा, 'कोविड-19 के कारण उन्हें निमोनिया हो गया था, उनकी स्थिति गंभीर थी और उनकी तबियत आज तड़के तेजी से बिगड़ गई।' वेंटिलेटर पर रखे जाने सहित हर प्रकार की चिकित्सकीय सहायता के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। वह चेपक-तिरवल्लीकेनी सीट से विधायक चुने गए थे।
द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने दी श्रद्धांजलि
द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने अनबझगन के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। अनबझगन किडनी संबंधी गंभीर बीमारी से पहले से ग्रसित थे। उन्हें तीन जून को वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनके स्वास्थ्य में कुछ सुधार नजर आ रहा था, लेकिन सोमवार को उनकी तबियत काफी बिगड़ गई थी।
पार्टी ने तीन दिन का शोक व्यक्त किया, सभी समारोह स्थगित
अनबझगन साल 2001 में टी नगर निर्वाचन क्षेत्र से और बाद में 2011 और 2016 में चेपक-तिरुवल्लिकेनी सीट से विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। अनबझगन की मौत ने विधानसभा में DMK की ताकत घटाकर 97 कर दी। इस साल फरवरी में, दो DMK विधायक KPP Samy (तिरुवोट्टियूर निर्वाचन क्षेत्र)और एस कथवनारायण (गुडियथम निर्वाचन क्षेत्र) का निधन हो गया था। केंद्रीय मंत्री के पलानीस्वामी ने अनबझगन के निधन पर शोक व्यक्त किया। एक बयान में द्रमुक एमके स्टालिन ने कहा कि पार्टी इस बात को स्वीकार करने में विफल है कि पार्टी के हार्डवर्कर अनबझगन मर चुके हैं। अनबझगन के सम्मान के लिए पार्टी ने तीन दिनों का शोक रखा है। साथ ही सभी समारोह स्थगित कर दिए गए।
भर्ती किए जाने के बाद, शुरुआत में उन्हें फेसमास्क के जरिए अत्यधिक ऑक्सीजन देकर उनका उपचार किया जा रहा था।
उनका 15 साल पहले यकृत प्रतिरोपण हुआ था और इसके कारण वे दवाइयां ले रहे थे।
मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कहा कि अनबझगन द्रमुक के एक मुख्य पदाधिकारी थे। उन्होंने शोकाकुल परिवार एवं पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति संवेदना प्रकट की।
तीन बार विधायक रहे अनबझगन का जन्म 10 जून, 1958 को हुआ था और संयोग से आज ही उनका 62वां जन्मदिन था। वह द्रमुक नेता रहे पझकदई जयरामन के बेटे थे।
पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी अनबझगन चेन्नई पश्चिम जिला सचिव थे। उन्होंने सफलतापूर्ण कई पार्टी समारोह आयोजित किए थे और वह पार्टी प्रमुख एम के स्टालिन के निकट थे।
महासभा में पीछे बैठने वाले अनबझगन सदन में द्रमुक के जाने-माने मुखर विधायक थे तथा कई मामलों पर सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के विधायकों एवं मंत्रियों के साथ उनकी जोरदार बहस होती थी।
अन्नाद्रमुक सरकार के बड़े आलोचक अनबझगन ने इस साल जनवरी में विधानसभा में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के संबोधन की प्रति फाड़ दी थी और उसे अध्यक्ष पी धनपाल की मेज पर रख दिया था। उन्हें कुछ समय के लिए निलंबित कर दिया गया था।
अनबझगन 2001, 2011 और 2016 में विधानसभा के लिए चुने गए थे।