पाकिस्तान का नाम लेते हुए कमलनाथ ने सरकार को अर्थव्यवस्था पर घेरा, कही यह बड़ी बात, जानिए
कमलनाथ ने कहा कि लोकतंत्र में हमें चुने जाने वालों की क्षमता देखने पर भी ध्यान देना होगा।
इंदौर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि निवेश सेंटीमेंट (आशय विश्वास से था) से आता है और फिलहाल सेंटीमेंट डाउन है। केंद्र सरकार को चाहिए कि तीन-चार वर्षो में निवेश का जो सेंटीमेंट डाउन हुआ, उसे वापस लाए। सरकार ऐसा फोबिया न बनाए कि अनुच्छेद 370 खत्म होने से सब अच्छा हो जाएगा। पाकिस्तान का नाम उपयोग करने से अर्थ व्यवस्था या कृषि क्षेत्र का भला नहीं होने वाला है।
कमलनाथ शनिवार को सीआइआइ (भारतीय उद्योग परिसंघ) की लीडरशिप कॉनक्लेव में देश-प्रदेश के प्रमुख उद्योगपतियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैंने वाणिज्यिक मंत्री रहते मुक्त व्यापार के दौर की शुरुआत देखी। तब फ्री-ट्रेड का चैंपियन अमेरिका अब उसका सबसे बड़ा विरोधी है। विश्व में ट्रेड वार नजर आ रहा है। चीन और भारत की अर्थ व्यवस्था दबाव में हैं।
व्यापार जगत और हमें बदलावों के अनुरूप ढलना होगा। प्रति व्यक्ति आय के बजाय डिस्पोजेबल इनकम का फॉर्मूला अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास के बिना यह संभव नहीं है। ग्रामीण अर्थ व्यवस्था से ही देश की क्रय शक्ति बढ़ती है।
इस दिशा में करना होगा कार्य
धोती वाले किसान को जींस टी-शर्ट वाले किसान में कैसे बदला जाए, इस दिशा में हमें काम करना है। उद्योगों का हजारों करोड़ का कर्ज माफ हो तो हर कोई तारीफ करता है, लेकिन किसानों के छोटे-छोटे कर्ज माफ करते हैं तो आलोचना होती है, यह ठीक नहीं है।
मनमोहन सिंह चुनाव हारते हैं और फूलनदेवी सांसद चुनी जाती हैं
कमलनाथ ने एक सवाल के जवाब में कहा कि लोकतंत्र में किसी व्यक्ति के चुनाव जीतने की क्षमता देखी जाती है, न कि उसकी व्यक्तिगत क्षमताएं। एक ही समय में डॉ. मनमोहन सिंह चुनाव हारते हैं और फूलनदेवी कहीं से सांसद चुनी जाती हैं। लोकतंत्र में हमें चुने जाने वालों की क्षमता देखने पर भी ध्यान देना होगा।
इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इंदौर से मेट्रो ट्रेन सांवेर, उज्जैन, देवास और पीथमपुर तक चलाई जाएगी। इंदौर से उज्जैन के लिए एक कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिसे महाकाल कॉरिडोर नाम दिया जाएगा।