Move to Jagran APP

जी-20 में बढ़ा भारत का रुतबा, मजबूत हुई मोदी की छवि, 17 देशों के राष्ट्र प्रमुखों से हुई वार्ता

समूह-20 बैठक में दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के नेताओं के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय बैठक से भारत सरकार के लिए कूटनीति की दिशा तय करने में आसानी होगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 07:42 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 07:16 AM (IST)
जी-20 में बढ़ा भारत का रुतबा, मजबूत हुई मोदी की छवि, 17 देशों के राष्ट्र प्रमुखों से हुई वार्ता
जी-20 में बढ़ा भारत का रुतबा, मजबूत हुई मोदी की छवि, 17 देशों के राष्ट्र प्रमुखों से हुई वार्ता

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। देश के आम चुनाव में भारी बहुमत मिला तो इसका दम वैश्विक मंच पर भी दिखा। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौटे पीएम नरेंद्र मोदी की जिस तरह से समूह-20 देशों की बैठक में वैश्विक नेताओं ने आगवानी की है उससे भारत की बढ़ती अहमियत का भी पता चलता है। साथ ही बतौर पीएम मोदी की मजबूत होती छवि भी साफ तौर पर दिखती है।

loksabha election banner

समूह-20 बैठक के लिए मोदी तकरीबन 48 घंटे जापान के शहर ओसाका में रहे और इस दौरान 17 देशों के नेताओं के साथ उनकी आधिकारिक या अनौपचारिक मुलाकात हुई। इस मंच का हर नेता मोदी से मिलने को उत्सुक था। जो भी मोदी से मिला उसने मोदी को जीत की बधाई भी दी और भारतीय लोकतंत्र की शक्ति को भी स्वीकार किया।

मोदी की ओसाका में 9 देशों के राष्ट्र प्रमुखों के साथ आधिकारिक तौर पर द्विपक्षीय वार्ता की। इसके अलावा 8 देशों के प्रमुखों के साथ उनकी अनौपचारिक मुलाकात हुई जिसमें द्विपक्षीय व वैश्विक मुद्दों पर बात हुई। इसके अलावा उन्होंने तीन बहुपक्षीय बैठकों में हिस्सा लिया।

सूत्रों के मुताबिक मोदी से मिलने वाले हर नेता ने उन्हें मिली भारी बहुमत का जिक्र जरुर किया। मिलने वाले सभी राष्ट्र प्रमुखों ने भारत के साथ रिश्ते को और मजबूत बनाने की बात कही। आस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरीसन अगर मोदी के साथ व्यक्तिगत केमिस्ट्री बनाने की कोशिश में दिखे तो इंडोनेशिया में भी दोबारा राष्ट्रपति का चुनाव जीतने वाले जोको विडोडो ने मोदी के साथ मिल कर द्विपक्षीय कारोबारी रिश्तों को नये आयाम देने की पेशकश की। दोनो देशों ने मौजूदा द्विपक्षीय कारोबार 18 अरब डॉलर को बढ़ा कर छह वर्षो में 50 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा।

सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यक्तिगत तौर पर मोदी को भारी बहुमत की बधाई दी और मजाक-मजाक में यह भी कहा कि वह भी इस तरह की जीत की इच्छा रखते हैं, लेकिन मोदी-ट्रंप की मुलाकात को अमेरिका कितना अहमियत दे रहा है इसे इस तथ्य से समझा जा सकता है कि इस पर आधिकारिक बयान राष्ट्रपति ट्रंप की सुपुत्री व उनकी सलाहकार इवांका ट्रंप ने दिए।

आस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरीसन ने मोदी के साथ अपनी सेल्फी को रोमन में लिखे 'कितना अच्छा है मोदी' के साथ ट्वीट किया। हिंद प्रशांत क्षेत्र जिस तरह से वैश्विक कूटनीति में काफी महत्वपूर्ण हो गया है उसे देखते हुए आस्ट्रेलिया लगातार भारत से बेहद मजबूत संपर्क बनाने की कोशिश कर रहा है।

पाकिस्तान के बेहद करीबी मित्र देश तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तईप इर्डोगेन के साथ मोदी की आधिकारिक द्विपक्षीय वार्ता हुई जिसमें आतंकवाद से लेकर रूस से खरीदे जाने वाली एस-400 एंटी मिसाइल सिस्टम पर भी बात हुई। भारत व तुर्की दोनों रूस से यह सिस्टम खरीद रहे हैं और अमेरिका दोनो पर इसे रद्द करने का दबाव बना रहा है।

विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में दुनिया के सबसे शक्तिशाली 20 देश शामिल थे और इनमें से अधिकांश देशों के नेताओं के साथ पीएम की द्विपक्षीय बैठक के बाद सरकार के लिए अगले पांच वर्षो की कूटनीति की दिशा तय करने में आसानी होगी। ये सारे देश ऐसे हैं जो ना सिर्फ भारतीय रणनीति के लिहाज से महत्वपूर्ण है बल्कि आने वाले दिनों में भारत की ऊर्जा सुरक्षा व अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में भी इनका सहयोग चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.