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भाजपा को वोट देने पर सपा विधायक पार्टी से निष्कासित, बसपा ने अभी नहीं लिया कोई फैसला

पार्टी लाइन का उल्लंघन कर राज्यसभा चुनाव में भाजपा को वोट देने पर विधायक राजेश शुक्ला को समाजवादी पार्टी ने निष्कासित कर दिया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 11:25 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2020 05:08 AM (IST)
भाजपा को वोट देने पर सपा विधायक पार्टी से निष्कासित, बसपा ने अभी नहीं लिया कोई फैसला
भाजपा को वोट देने पर सपा विधायक पार्टी से निष्कासित, बसपा ने अभी नहीं लिया कोई फैसला

भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश में बसपा के दो और सपा के इकलौते विधायक की अब भाजपा से नजदीकियां बढ़ गई हैं। तीन महीने पूर्व तक कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे ये तीनों विधायक अब सत्ताधारी दल भाजपा के साथ खड़े हैं। पार्टी लाइन का उल्लंघन कर राज्यसभा चुनाव में भाजपा को वोट देने पर विधायक राजेश शुक्ला को समाजवादी पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। हालांकि बसपा ने अपने विधायक पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है।

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यह रही है सियासी स्थिति

मध्‍य प्रदेश में सवा साल तक सत्ता में रही कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान सपा-बसपा ने सरकार को बाहर से समर्थन देने का निर्णय किया था लेकिन सियासी उठापटक के बाद जैसे ही भाजपा सत्ता में आई तो तीनों विधायक संजीव सिंह कुशवाह, रामबाई परिहार (बसपा) और राजेश शुक्ला (सपा) भाजपा सरकार के साथ हो लिए। यही स्थिति निर्दलीय विधायकों की भी रही।

शुक्ला को पार्टी ने निकाला

विश्वास मत के दौरान तो पार्टी के व्हिप की भी अनदेखी की गई जबकि राज्यसभा चुनाव के दौरान इन तीनों ने खुलकर भाजपा का समर्थन किया। भाजपा विधायक दल की बैठक में भी शामिल हुए। ऐसे में सपा ने शुक्रवार देर शाम शुक्ला को अनुशासनहीनता के मामले में पार्टी के बाहर का रास्ता दिखा दिया।

दल-बदल कानून का असर नहीं

दरअसल, मौजूदा संख्या को देखते हुए इन विधायकों पर दल-बदल कानून का कोई असर नहीं होगा। विधायकों का कोई नुकसान नहीं होगा। इसलिए उन्होंने अपने स्तर पर ही सरकार के साथ खड़े रहने का फैसला कर लिया। बसपा विधायकों के अपने स्तर पर लिए गए निर्णय से पार्टी पसोपेश में रही।

विकास के खातिर भाजपा को दिया समर्थन

बसपा विधायक दल के नेता संजीव सिंह (संजू) ने बताया कि उन्होंने और पार्टी की दूसरी विधायक रामबाई ने भाजपा प्रत्याशी को ही वोट दिया है। उन्‍होंने बताया कि इस संबंध में पार्टी हाईकमान की ओर से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं था इसलिए अपने क्षेत्र के विकास के लिए दोनों ने यह फैसला लिया।

क्‍या कहते हैं प्रदेश प्रभारी

मध्य प्रदेश में बसपा प्रभारी अतर सिंह राव कहा कि राज्यसभा चुनाव में बसपा की ओर से भाजपा को समर्थन देने का निर्णय नहीं लिया गया है। भाजपा के भोज में हमारी पार्टी के विधायकों के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। उपचुनाव की सभी 24 सीटों पर बसपा अपने बूते चुनाव लड़ेगी। वहीं मध्य प्रदेश में सपा के प्रदेश प्रभारी जगदेव यादव ने कहा कि विधायक ने अपने स्तर पर क्या फैसला लिया जो मेरी जानकारी में नहीं है। मध्‍य प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के बारे में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जल्द अपना निर्णय सुनाएंगे।


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