सोनिया-राहुल के बचाव में उतरे एके एंटनी, बोले- रक्षा सौदों में कभी नहीं किया दखल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी का कहना है कि यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा सौदों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस नेता पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी ने भाजपा-एनडीए सरकार पर अगस्ता वेस्टलैंड केस में झूठ का जाल बुनने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपीए सरकार के दौरान किसी भी रक्षा सौदे में कभी दखल नहीं दिया। उनके मुताबिक सरकार और भाजपा केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर बिना तथ्यों के झूठ का प्रपंच फैला रही है। एंटनी ने यह भी कहा कि राफेल जेट सौदे में हुई अनियमितता को छिपाने के लिए एनडीए सरकार कांग्रेस नेताओं पर कीचड़ उछालने का प्रयास कर रही है।
संसद भवन परिसर में एके एंटनी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अगस्ता हेलीकाप्टर सौदा उनके रक्षामंत्री रहने के दौरान हुआ था और वे पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कह रहे कि सोनिया और राहुल गांधी ने कभी किसी रक्षा सौदे में न रुचि दिखाई और न ही दखल दिया।
पूर्व रक्षामंत्री ने कांग्रेस नेतृत्व का बचाव करने के साथ ही अगस्ता की कंपनी को एनडीए-भाजपा सरकार में प्रश्रय देने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि कांग्रेस की यूपीए सरकार ने अगस्ता हेलीकाप्टर सौदे में भ्रष्टाचार की बात सामने आते ही सीबीआई जांच का आदेश दिया। कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ब्लैक लिस्ट किया। इटली की अदालत में यूपीए सरकार ने मुकदमा लड़ कंपनी के खिलाफ जीत हासिल की और कांट्रैक्ट रद्द किया।
एंटनी के अनुसार इसके उलट मोदी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद अगस्ता कंपनी की पैरोकारी करते हुए उसे काली सूची से बाहर निकाल रक्षा सौदे में हिस्सेदारी की इजाजत दे दी। एंटनी ने कहा कि अगर कांग्रेस को कुछ छुपाना होता तो हम सीबीआई जांच भला क्यों कराते।
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा कि सरकार अगस्ता मामले में अपने काले कारनामे छिपाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। मिशेल के प्रत्यर्पण के बाद से कांग्रेस में घबराहट के भाजपा के वार को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी का बयान चोर मचाए शोर जैसा है।
एंटनी ने कहा कि राफेल जेट सौदे में गंभीर गड़बडि़यों को कांग्रेस ने जिस तरह उजागर किया है, उससे घबराई हुई एनडीए सरकार ध्यान बंटाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि राफेल सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति की विपक्ष की मांग स्वीकार नहीं करना भाजपा का भय दर्शाता है। एंटनी ने कहा कि भाजपा सरकार के विपरीत यूपीए सरकार के दौरान विपक्ष ही नहीं मीडिया की रिपोर्ट के आधार पर ही किसी मामले की जांच कराने में कोई हिचक नहीं दिखाई जाती थी।
इससे पहले राहुल गांधी और सोनिया गांधी का बचाव करते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि यह चौंकाने वाला बयान है। सरकारी वकील जो कोर्ट में ईडी और सीबीआइ दोनों का प्रतिनिधित्व कर रहा है, वह कोर्ट में राजनीति कर सकते हैं। वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री की तरफ से ऐसा निर्देश मिला है।
भाजपा की कांग्रेस को घेरने की रणनीति
प्रवर्तन निदेशालय के कोर्ट में दिए गए बयान कि अगस्ता वेस्टलैंड के बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल ने 'श्रीमती गांधी' का नाम लिया है। अब इस बयान को लेकर सभी भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री तथा राज्य प्रमुख आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस दौरान कांग्रेस को घेरने की कोशिश की जाएगी। ये कुछ ऐसी ही रणनीति है, जो कुछ समय पहले भाजपा ने राफेल लड़ाकू विमान पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अपनाई थी। राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा ने आक्रामक रुख अपनाते हुए 70 जगहों पर एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के प्रवक्ता, मंत्री, केंद्रीय मंत्री और यहां तक कि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी हिस्सा लिया था। इस दौरान कांग्रेस को घेरने की कोशिश की गई थी। साथ ही आम जनता को यह बताने की कोशिश की गई थी कि सुप्रीम कोर्ट से भाजपा को राफेल डील के मुद्दे पर क्लीनचिट मिल गई है।