NMC अध्यक्ष ने कहा- अयोध्या विवाद का जल्द समाधान हिंदू-मुस्लिम दोनों के लिए फायदेमंद
इतिहास में पहली बार आर्थिक रूप से कमजोर मुस्लिमों को आरक्षण प्रदान किया जाएगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद घयोरुल हसन रिजवी ने गुरुवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भू-स्वामित्व विवाद की सुनवाई में कोई व्यवधान नहीं डाला जाना चाहिए। इस विवाद का जल्द से जल्द समाधान हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए फायदेमंद है।
पत्रकारों से बातचीत में रिजवी ने हर मजहब के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को नौकरियों और शिक्षा में 10 फीसद आरक्षण प्रदान करने के लिए मोदी सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, 'यह ऐतिहासिक चीज है क्योंकि इतिहास में पहली बार आर्थिक रूप से कमजोर मुस्लिमों को आरक्षण प्रदान किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर अल्पसंख्यकों को इससे काफी लाभ होगा।
रिजवी ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक के दायरे से मुस्लिमों को बाहर रखने का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा, 'हिंदुओं जैसे अल्पसंख्यकों को बांग्लादेश में प्रताडि़त किया गया इसलिए वे यहां आए हैं, लेकिन मुस्लिम यहां रोजगार तलाशने जैसे अन्य कारणों से आए हैं।'
बता दें कि नागरिकता अधिनियम में संशोधन के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिमों को कुछ शर्तो के साथ भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है।