असम जा रहे TMC के छह सांसद और दो विधायकों को हवाई अड्डे पर रोका गया
असम के सिलचर हवाई अड्डे पर टीएमसी के छह सांसदों और दो विधायकों को रोक लिया गया।
नई दिल्ली (एएनआई)। तृणमूल कांग्रेस के छह सांसदों और दो विधायकों को सिलचर हवाई अड्डे पर रोक दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इलाके में धारा 144 लागू होने के बावजूद उन्होंने कानून व्यवस्था तोड़ने का काम किया। पुलिस के कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से उन्हें रोका गया है। इधर टीएमसी नेताओं का कहना है कि उन्हें धारा 144 के लागू होने की जानकारी नहीं थी और कानून व्यवस्था तोड़ने का उनका कोई इरादा नहीं था।
इस पूरे मामले पर टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने केंद्र पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि देश में आपातकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई है। हमारे लोगों को सिलचर हवाई अड्डे पर रोक लिया गया है। हमारे लोगों से मिलना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। पूर्ण रूप से आपातकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई है।
बताया जाता है कि टीएमसी नेताओं की ये टीम सिलचर में एनआरसी फाइनल ड्राफ्ट पर एक जन सभा को संबोधित करने आई थी। इनमें सुखेंदु सेखर राय, काकोली घोष दास्तीदार, रत्ना दे नाग, नादिमुल हक, अर्पिता घोष और ममता ठाकुर शामिल थे। इस पूरी टीम को पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम लीड कर रहे थे। जैसे ही वे एयरपोर्ट पर पहुंचे उन्हें वहां से बाहर निकलने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। टीएमसी सांसदों ने आरोप लगाया है कि उन्हें पुलिस के द्वारा पीटा भी गया था। इस पूरे मामले का वीडियो भी जारी किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, टीएमसी के ये सदस्य सिलचर में साढ़े तीन बजे स्थानीय नागरिकों के द्वारा आयोजित जन सभा में शामिल होने वाले थे। पार्टी के एक सदस्य ने कहा कि हम ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि किस आधार पर लोगों को एनआरसी के फाइनल ड्राफ्ट से बाहर किया गया। टीएमसी के सदस्य अगले दिन गुवाहाटी में असम के कुछ बुद्धिजीवियों से मिलने वाले थे जिसके बाद शाम तक उनकी दिल्ली लौटने की योजना थी।