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शिवराज ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- चुपके-चुपके चीनी दूतावास क्यों जाते हैं राहुल गांधी

पं. नेहरू और उनके रक्षा मंत्री ने संसद में कहा था- क्या करते उस बंजर जमीन के टुकड़े का जिस पर घास तक नहीं उगती।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 09:15 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 09:15 PM (IST)
शिवराज ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- चुपके-चुपके चीनी दूतावास क्यों जाते हैं राहुल गांधी
शिवराज ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- चुपके-चुपके चीनी दूतावास क्यों जाते हैं राहुल गांधी

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री रहते हुए कमल नाथ द्वारा चीन को व्यवसायिक लाभ पहुंचाने संबंधी मामले को भाजपा ने गर्मा दिया है। रविवार को छत्तीसगढ़ की वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।

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राहुल गांधी चुपके-चुपके चीनी दूतावास में क्या करने जाते हैं- शिवराज

शिवराज ने सवालों की झड़ी लगा दी औरु कहा कि कांग्रेस को चीन से अपना संबंध देश की जनता को बताना पड़ेगा। राहुल गांधी चुपके-चुपके चीनी दूतावास में क्या करने जाते हैं।  शिवराज ने कहा कि अभी कांग्रेस और चीन के रिश्तों के बारे में जो रहस्योद्घाटन हुआ है, उससे पता चला है कि कांग्रेस की राजीव गांधी फाउंडेशन ने वर्ष 2005-06 में चीन से 90 लाख रुपये का चंदा लिया था। कांग्रेस का चीन से क्या समझौता था? किस बात के पैसे लिए? कांग्रेस का चीन से क्या संबंध है? इन सब बातों का जवाब कांग्रेस को देश की जनता को देना पड़ेगा।

शिवराज ने कहा- खुद तो चीन के सामने आत्मसर्मण करें और हमें राष्ट्रभक्ति सिखाए

खुद तो चीन के सामने आत्मसर्मण करें और हमें राष्ट्रभक्ति सिखाए, धिक्कार है ऐसी कांग्रेस पर। कांग्रेस के एक परिवार के कारण ही देश की 43 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन आज चीन के कब्जे में है, इसलिए इस परिवार के लोगों को देश की सुरक्षा पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।

चीन और अनुच्छेद 370 जैसी समस्या नेहरू सरकार की देन

मुख्यमंत्री ने कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद और अनुच्छेद 370 जैसी समस्याओं के लिए पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों में अगर हिम्मत है तो आंख मिलाकर बात करें। चीन को संयुक्त राष्ट्रसंघ की स्थायी सदस्यता दिलाने की वकालत नेहरू जी ने की थी। बाद में जब चीन भारत की सीमा में घुस आया तो उन्हें पता ही नहीं चला। चीन ने युद्ध के बाद जब हमारी 43 हजार वर्ग किमी जमीन दबा ली तो पं. नेहरू और उनके रक्षा मंत्री ने संसद में कहा था- 'क्या करते उस बंजर जमीन के टुकड़े का, जिस पर घास तक नहीं उगती।'


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