Move to Jagran APP

भोपाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफिले को रोका, काले झंडे दिखाए, शिवराज ने लगाए आरोप

मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया की गाड़ी पर हमले का प्रयास किया गया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 13 Mar 2020 11:24 PM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 07:11 AM (IST)
भोपाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफिले को रोका, काले झंडे दिखाए, शिवराज ने लगाए आरोप
भोपाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफिले को रोका, काले झंडे दिखाए, शिवराज ने लगाए आरोप

भोपाल, राज्‍य ब्‍यूरो। भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया है। शुक्रवार को यहां उनके काफिले को रोकने का प्रयास हुआ और काले झंडे दिखाए गए। इससे नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार देर रात भोपाल के श्यामला हिल्स थाने का घेराव किया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इसकी निंदा की है।

loksabha election banner

ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जानलेवा हमला करने का प्रयास

देर रात शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस घटना से स्तब्ध हूं। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है और अराजकता का माहौल है। ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया गया। उनकी गाड़ी को रोकने की कोशिश की गई, उन पर पत्थर बरसाए गए। चौहान ने बताया कि बमुश्किल ड्राइवर ने वहां से अपनी गाड़ी निकाली। उन्होंने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता सिंधिया पर हुए हमले को लेकर एफआइआर दर्ज कराने गए हैं। वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष विकास वीरानी ने बताया कि सिंधिया पर हमला किया गया और गाडि़यों में भी तोड़फोड़ की गई।

जमकर नारेबाजी कर काले झंडे दिखाए

बताते हैं कि कमला पार्क से गुजर रहे सिंधिया के काफिले के सामने आकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी कर काले झंडे दिखाए। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को पीछे हटाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस के सुरक्षा घेरे में सिंधिया का काफिला निकाला गया। बताते हैं कि विरोध करने वाले कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के समर्थक थे।

ज्ञात हो कि ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। उनके समर्थन में 22 विधायकों ने इस्‍तीफा दे दिया है। इसके बाद कमलनाथ सरकार पर बहुमत का संकट आ गया है।

इस बीच प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने इस्तीफा देने वाले सभी विधायकों को नोटिस जारी कर उनके सामने पेश होने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष ने बेंगलुरु में मौजूद कांग्रेस के 11 विधायकों को नोटिस दिए हैं। सबसे पहले छह मंत्रियों को नोटिस दिए गए । सभी को 13 तारीख तक जवाब देना है। 

भाजपा ने कहा 16 मार्च को फ्लोर टेस्‍ट, कांग्रेस ने कहा, नहीं हो सकता 

मध्‍य प्रदेश में 16 मार्च को भाजपा (BJP) ने बहुमत साबित करने को लेकर राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है। वहीं, मध्य प्रदेश में बने राजनीतिक हालात को देखते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि 19 कांग्रेस के विधायक भाजपा के कब्जे में है। फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता, क्योंकि 19 विधायकों द्वारा प्रस्तुत इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए हैं। उन्हें शारीरिक रूप से अध्यक्ष के सामने आना चाहिए। उन्‍होंने आगे कहा कि कांग्रेस के विधायकों को भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक पुलिस के द्वारा बंधक बनाया हुआ है। हमारे मंत्रियों जीतू पटवारी और लाखन सिंह के साथ बदतमीजी की जा रही है।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.