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शिवाजी महाराज की मूर्ति का अपमान: कर्नाटक - महाराष्ट्र में तनाव, उद्धव ने की पीएम मोदी से हस्तक्षेप की मांग

बेंगलुरू में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति पर स्याही डालने की घटना के बाद से कर्नाटक और महाराष्ट्र की सीमावर्ती इलाकों में तनाव का माहौल है। इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कर्नाटक सरकार की ओर से तत्काल कार्रवाई की मांग की।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 18 Dec 2021 07:00 PM (IST)Updated: Sat, 18 Dec 2021 07:00 PM (IST)
शिवाजी महाराज की मूर्ति का अपमान: कर्नाटक - महाराष्ट्र में तनाव, उद्धव ने की पीएम मोदी से हस्तक्षेप की मांग
शिवाजी महाराज की मूर्ति के अपमान को लेकर कर्नाटक - महाराष्ट्र में तनाव। (फोटो- एएनआइ)

मुंबई,पीटीआइ। बेंगलुरू में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति पर स्याही डालने की घटना के बाद से कर्नाटक और महाराष्ट्र की सीमावर्ती इलाकों में तनाव का माहौल है। इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कर्नाटक सरकार की ओर से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज न केवल महाराष्ट्र के बल्कि पूरे देश के लिए देवतातुल्य हैं। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि मराठा साम्राज्य के संस्थापक का अनादर और अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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कर्नाटक की राजधानी में 17वीं सदी के राजा की एक मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस घटना के बाद बेलगावी में आधी रात के करीब भीड़ ने पुलिस और सरकारी वाहनों पर पथराव किया। बेलगावी सहित सीमावर्ती क्षेत्रों को को लेकर महाराष्ट्र और कर्नाटक में विवाद है। इस बीच यह घटना हुई है। इसे लेकर ठाकरे ने एक बयान में कहा कि पीएम मोदी को कर्नाटक सरकार को मामले में कार्रवाई करने का निर्देश देना चाहिए। इस घटना (प्रतिमा के कथित अपमान) को हल्के में नहीं लिया जा सकता। कर्नाटक में मराठी भाषी लोग कई वर्षों से अत्याचारों का सामना कर रहे हैं। अब छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अपमान किया गया है।

ठाकरे ने हाल ही में वाराणसी में पीएम मोदी द्वारा दिए गए भाषण का उल्लेख किया, जहां उन्होंने छत्रपति शिवाजी का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने वाराणसी में कहा था कि जब भी भारत की संस्कृति को कुचलने की कोशिश की गई है, छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे योद्धा राजा इसके खिलाफ खड़े हुए हैं, लेकिन उनकी टिप्पणी के कुछ ही दिनों बाद, कर्नाटक में शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर हमला हुआ है, जहां भाजपा का शासन है। कार्रवाई करने के बजाय, मराठी लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है, यह निंदनीय है।

महाराष्ट्र के शहरी विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि घटना के बाद कुछ भी होता है, तो इसके लिए कर्नाटक सरकार जिम्मेदार होगी, जहां (शिवाजी महाराज की) प्रतिमा पर स्याही फेंकी गई थी। शिंदे कर्नाटक के मराठी बहुल सीमावर्ती इलाकों के समन्वय मंत्री हैं।

राकांपा नेता और कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि भाजपा ने शिवाजी महाराज का इस्तेमाल केवल अपने चुनाव प्रचार के लिए किया है। महाराष्ट्र के योद्धा राजा के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा। भुजबल कर्नाटक में मराठी बहुल सीमावर्ती क्षेत्रों के समन्वयक मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार ने शहर पर अपने अधिकार का दावा करने के लिए बेलगाम में एक विधायिका सत्र आयोजित किया है। कर्नाटक की चाल मराठी लोगों के खिलाफ कभी सफल नहीं होगी। हम सड़कों पर और अदालतों में लड़ाई जीतेंगे। कांग्रेस नेता और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट और राज्य के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने भी घटना की निंदा की और कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


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