शिवसेना ने पूछा, आखिर आडवाणी ने किसकी तरफ किया इशारा
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में सवाल उठाया है कि आखिरकार आडवाणी जैसे कद्दावर नेता ने अपने ब्लॉग में किसकी तरफ इशारा किया है।
मुंबई, प्रेट्र। भाजपा के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी के ब्लॉग में की गई टिप्पणी पर शिवसेना सवाल उठाया है कि आखिर उन्होंने किसकी तरफ इशारा किया है। दरअसल, भाजपा के वरिष्ठ नेता ने अपने ब्लॉग में कहा है कि उनकी पार्टी राजनीतिक रूप से असहमति रखने वालों को कभी राष्ट्रद्रोही नहीं मानती थी।
शिवसेना ने शनिवार को पूछा है कि उनकी इस टिप्पणी का मकसद क्या है। शिवसेना ने आडवाणी के इस बयान का उल्लेख किया है कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव होता है और इसे पारदर्शी एवं स्वच्छ तरीके से कराया जाना चाहिए। पार्टी ने पूछा है कि उन्होंने इस टिप्पणी से किसकी तरफ इशारा किया है। अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में पार्टी ने लिखा है, 'लालकृष्ण आडवाणी ने अंतत: अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने ऐसा करने में पांच साल का वक्त लगाया।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में सवाल उठाया है, 'चूंकि बयान आडवाणी जैसे कद्दावर नेता द्वारा दिया गया है इसलिए यह महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने भाजपा स्थापना दिवस के मौके पर प्रभावी रूप से 'मन की बात' कही है।'